Edited By Yaspal,Updated: 09 Jan, 2019 06:21 PM
संसद भवन में बुधवार को भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के सीएमडी आर. माधवन ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की। राफेल विवाद और एचएएल के वित्तीय संकट...
नेशनल डेस्कः संसद भवन में बुधवार को भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के सीएमडी आर. माधवन ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की। राफेल विवाद और एचएएल के वित्तीय संकट के बीच यह मुलाकात महत्वपूर्ण बताई जा रही है। एचएएल के पास केवल तीन महीनों तक अपने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए 1,000 करोड़ रुपए थे। साथ ही एचएएल के सबसे बड़े ग्राहक भारतीय वायुसेना ने अपने बकाया नहीं चुकाए हैं।
इससे पहले थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ और नेवी प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा संसद भवन पहुंचे थे। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है, जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार को राफेल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रहे हैं।
राहुल गांधी के आरोपों के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय और वायुसेना के अधिकारियों की जानकारी के बगैर डील में बदलाव करके एचएएल की जगह अनिल अंबानी की कंपनी को फ्रेंच कंपनी का ऑफसेट पार्टनर बना दिया। मोदी सरकार ने कांग्रेस ने लगाए भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को बेबुनियाद बता रही है। अनिल और उनकी कंपनी भी आरोपों को नकार चुकी है।