Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 04:00 PM
जहां एक तरफ सरकार ने हर सरकारी कागज के साथ आधार कार्ड को स्लंगन करना अनिवार्य कर दिया है वहीं लोगों को आधार कार्ड बनवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला मेंढर में सामने आया है।
जम्मू: जहां एक तरफ सरकार ने हर सरकारी कागज के साथ आधार कार्ड को स्लंगन करना अनिवार्य कर दिया है वहीं लोगों को आधार कार्ड बनवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला मेंढर में सामने आया है। 20 किलोमीटर का सफर तय करके एक अपाहिज जहूर अहमद आधार कार्ड बनवाने के लिए कार्यालस पहुंचा तो उसे कहा गया कि आफिस में कार्ड बनाने के लिए कोई कर्मचारी नहीं है और उसे मायूसी में खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा।
जहूर ने बताया कि वो मेंढर के दूर दराज के गांव ग्लूता का रहने वाला है। उसका कहना है कि वो पिछले दो वर्षांे से आधार कार्ड बनवाने के लिए संबंधित कार्यालय के चक्कर काट रहा है। उसकी समस्या यह है कि सरकार से उसे अपाहिज कोटे की जो पैंशन मिलती है वो आधार कार्ड लिंक नहीं होने के कारण बंद हो गई है। वहीं जहूर के एक रिश्तेदार ने बताया कि जहूर चल नहीं सकता है। चार लोगों ने उसे गांव से उठाकर गाड़ी तक पहुंचाया और फिर गाड़ी करके कार्यालय पहुंचे जिससे उनको गाड़ी के पैसे अलग से भरने पड़े।
क्या कहते हैं अधिकारी
नायब तहसीलदार तारीफ शाह ने कहा कि आधार कार्ड बनवाने के लिए पहले फार्म भरना पड़ता है और उसके बाद तारीक डाली जाती है। उन्होंने कहा कि जहूर नाम के किसी बन्दे की जानकारी उनके पास नहीं है। इस मामले का उन्हें आज ही पता चला है और वे मामले की जांच करेंगे।