Edited By shukdev,Updated: 27 Dec, 2018 08:35 PM
इंसान जब भी किसी मुसीबत का सामना करता है तो सबसे पहले भगवान को याद करता है। ऐसा ही एक वाक्या राजस्थान के बीकानेर का भी सामने आया है। जहां एक मरीज ऑपरेशन के दौरान 3 घंटे तक हनुमान चालीसा पढ़ता रहा। इस दौरान डॉक्टरों ने उसके ब्रेन ट्यूमर का सफल इलाज...
नेशनल डेस्क: इंसान जब भी किसी मुसीबत का सामना करता है तो सबसे पहले भगवान को याद करता है। ऐसा ही एक वाक्या राजस्थान के बीकानेर का भी सामने आया है। जहां एक मरीज ऑपरेशन के दौरान 3 घंटे तक हनुमान चालीसा पढ़ता रहा। इस दौरान डॉक्टरों ने उसके ब्रेन ट्यूमर का सफल इलाज कर दिया।
जानकारी के अनुसार बीकानेर के डूंगरगढ़ के रहने वाले 30 वर्षीय बीकानेर निवासी हुलास मल जांगीर को पिछले तीन महीने से मिर्गी के दौरे आ रहे थे। जांच में पता चला कि जांगीर को ग्रेड 2 ब्रेन ट्यूमर है। यह दिमाग के उस हिस्से में था जहां से बोली नियंत्रित होती है। डॉक्टरों ने उन्हें बिना बेहोश किए ब्रेन सर्जरी करने की सलाह दी।
न्यूरो सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. केके बंसल ने बताया कि कि हुलास के सिर के एक हिस्से में ट्यूमर था जिससे उन्हें बोलने में दिक्कत होती थी। उनकी सर्जरी काफी चुनौती भरी थी क्योंकि उन्हें जिस हिस्से में डैमेज था उससे उनकी बोलने की क्षमता जा सकती थी। उन्होंने बताया कि जब मरीज को बेहोश ना करने की बात बताई तो वह घबरा गया और उसने सर्जरी कराने से इंकार कर दिया।
डाक्टर ने बताया कि काफी समझाने के बाद हुलास सर्जरी करने के लिए राजी हुआ। सर्जरी के दौरान मरीज को लगातार हनुमान चालीसा पढ़ने, सुनाने और गाने के लिए कहा गया जिससे वह बेहोश न हो। डाक्टर के अनुसार मरीज का हनुमान चालीसा पढ़ते रहना काफी मददगार साबित हुआ। इससे ना तो मरीज का ध्यान भटका और डॉक्टर्स भी आसानी से सर्जरी कर पाए और ट्यूमर निकाल दिया गया। माना जा रहा है कि यह पहला ऐसा मामला है सर्जरी के दौरान मरीज हनुमान चालीसा पढ़ता रहा।