Edited By Monika Jamwal,Updated: 10 Dec, 2018 03:08 PM
कश्मीर मेें मानवाधिकारों का हो रहे उल्लंघन के विरोध में सोमवार को अलगाववादियों के आहूत हड़ताल के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। kashmir,
श्रीनगर : कश्मीर मेें मानवाधिकारों का हो रहे उल्लंघन के विरोध में सोमवार को अलगाववादियों के आहूत हड़ताल के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। हड़ताल के कारण सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद रहीं। सडक़ों पर वाहन नदारद रहे और कई मार्गाें पर सन्नाटा पसरा रहा। एक पुलिस अधिकारी ने यूनीवार्ता से कहा कि राजधानी श्रीनगर समेत कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में पाबंदियां नहीं लागू होने के बावजूद सभी संवेदनशीन स्थानों पर कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
श्रीनगर के पुराने इलाके में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को भी एहतियातन बंद कर दिया गया है। ऐसा किसी प्रकार के प्रदर्शन तथा उसके कारण होने वाली ङ्क्षहसा को रोकने के लिए ऐसा किया गया है। श्रीनगर के विभिन्न इलाकों में दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। कुछ इलाकों में तिपहिया और दो पहिया वाहनों को चलते देखा गया। श्रीनगर के मुख्य केंद्र ऐतिहासिक लाल चौक समेत विभिन्न इलाकों में स्थित व्यावसायिक केंद्रों में व्यावयसायिक एवं अन्य गतिविधियां पूरी तरह ठप्प रहीं। किसी प्रकार की अप्रिय वारदातों को रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों पर बुलेट प्रूफ जैकेट पहने और हाथों में हथियार लिये अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सुरक्षा बल के जवान अपने वाहनों से गश्ती भी कर रहे हैं तथा स्थिति पर नजर बनाये हुए हंै।
बंद किये गये जामिया मस्जिद
अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुक के मजबूत गढ़ में स्थित जामिया मस्जिद के सभी द्वारों को आज सुबह से बंद कर दिया गया। मस्जिद में लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए जामिया मार्केट और इसके बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
सरकारी दफ्तरों में काम संस्पेंड
घाटी में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों तथा बैंकों में कामकाज स्थगित है जबकि हड़ताल के कारण सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। घाटी में सुरक्षा कारणों से आज भी ट्रेन सेवाएं स्थगित रहीं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी इस्लामिक विश्वविद्यालय ने आज प्रस्तावित सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गीलानी, मिरवाइज फारूक और मोहमद यासिन मलिक के संयुक्त संगठन ने आज के दिन लोगों से पूरी तरह बंद आयोजित करने की अपील की। सोमवार को पूरे विश्व में मानवाधिकार दिवस के रुप में मनाया जाता है।