Edited By kamal,Updated: 11 May, 2018 01:26 PM
विज्ञान और टेक्नोलॉजी के युग में अंधविश्वास किस कदर हावी है इसकी बानगी जिला अस्पताल में देखने को मिली। यहां अस्पताल के गेट के सामने कुछ लोग टूना-टोटका करते हुए हाथों में तलवारें, झाड़ू और कटोरा लेकर अजीबों-गरीब हरकतें करने लगे।
मंदसौर : विज्ञान और टेक्नोलॉजी के युग में अंधविश्वास किस कदर हावी है इसकी बानगी जिला अस्पताल में देखने को मिली। यहां अस्पताल के गेट के सामने कुछ लोग टूना-टोटका करते हुए हाथों में तलवारें, झाड़ू और कटोरा लेकर अजीबों-गरीब हरकतें करने लगे।
दरअसल यहां पहुंचे नीमच जिला के गांव कुण्डलिया के लोग दावा कर रहे थे 35 साल पहले उनके पिता की मौत मंदसौर के जिला अस्पताल में उपचार के दौरान इसी गेट पर हुई थी और तब से परिवार में कुछ ठीक नहीं चल रहा। परिजनों का कहना है कि तांत्रिकों ने उन्हें जिला अस्पताल में उनके पिता की आत्मा भटकने की बात कही थी। जिसके बाद वह अस्पताल के मेन गेट पर तांत्रिक के साथ तंत्र क्रियाएं कर रहे हैं।
ढोल की थाप के साथ हाथों में तलवार, आग और कटोरा लेकर अस्पताल के गेट के सामने में इन लोगों का तमाशा चलता रहा। अंत में अजीब हरकतें कर रही महिलाएं अपने साथ उनके पिता की भटक रही आत्मा को साथ लेकर जाने का दवा कर गईं। परिजनों के मुताबिक अब वह अपने पिता आत्मा को गांव में एक चबूतरेनुमा स्थान पर स्थापित करेंगे।
परिजनों का मानना है कि वे अपने साथ उनके पिता जी की भटकती आत्मा को साथ लेकर जा रहे हैं और इसके बाद में अब सबकुछ ठीक होगा। वहीं, इस घटना पर बोलते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन एके मिश्रा ने कहा कि उन्हें मामले पर कोई भी जानकारी नहीं है।