Edited By Anil dev,Updated: 22 Jun, 2019 09:31 AM
जब कर्नाटक के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने आज कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यहां मध्यावधि चुनाव होंगे तो उन्होंने ऐसा बेवजह नहीं कहा। 224 विधायकों वाले सदन में कांग्रेस (80) और जद (एस) को रोजाना मुश्किलों का सामना करना...
नई दिल्ली: जब कर्नाटक के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने आज कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यहां मध्यावधि चुनाव होंगे तो उन्होंने ऐसा बेवजह नहीं कहा। 224 विधायकों वाले सदन में कांग्रेस (80) और जद (एस) को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन का प्रत्येक विधायक धमकी दे रहा है कि अगर उसे मंत्री न बनाया गया तो वह सरकार को गिरा देगा। बसपा का एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक सरकार का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि दोनों मंत्री बनाए गए हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और जद (एस) में रोजाना खींचतान हो रही है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 28 में से 25 लोकसभा सीटें जीती थीं। अगर इसे विधानसभा सीटों में बदला जाए तो पार्टी को 170 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त मिलती है। भाजपा की बड़ी जीत के बाद कर्नाटक में सत्ताधारी गठबंधन सदमे में है। भाजपा ने राज्य में अपने नेताओं से कहा है कि उन्हें एच.डी. कुमारस्वामी की सरकार को गिराने में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए क्योंकि सरकार किसी भी वक्त खुद-ब-खुद गिर सकती है। जद (एस) के 10 विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं। उधर सिद्धारमैया के काम करने के तरीके को लेकर कांग्रेस में विद्रोह की स्थिति है।
अपने बेटे की सरकार को खतरे में देखते हुए देवेगौड़ा ने अपनी ही पार्टी के विधायकों को मध्यावधि चुनावों की धमकी दी। वह चाहते हैं कि ये विधायक बगावत न करें। हालांकि बाद में देवेगौड़ा ने सफाई दी कि वह स्थानीय निकाय चुनाव की बात कर रहे थे न कि विधानसभा चुनाव की। उधर भाजपा हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटक में भी चुनाव कराना चाहती है।
देवेगौड़ा लगातार कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है। वह जिस तरह सार्वजनिक तौर पर आलोचना कर रहे हैं उससे कांग्रेस हैरत में है। देवेगौड़ा के मुताबिक उन्होंने कुमारस्वामी के लिए मुख्यमंत्री पद नहीं मांगा था। उन्होंने (कांग्रेस) खुद मुझसे सरकार बनाने को कहा था। लोकसभा चुनाव में हार के बाद देवेगौड़ा कड़वे शब्दबाण चला रहे हैं और उन्होंने अपने साथ कांग्रेस की भी लुटिया डुबो दी।