Edited By Hitesh,Updated: 19 Jun, 2021 12:34 PM
कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है कि यह अक्तूबर में दस्तक दे सकती है। सर्वे में सामने आया है कि कोरोना से अगले एक साल तक सेहत और जीवन को खतरा बना रहेगा। इस सर्वे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ, चिकित्सक वैज्ञानिक, वायरोलॉजिस्ट,...
नेशनल डेस्क: कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है कि यह अक्तूबर में दस्तक दे सकती है। सर्वे में सामने आया है कि कोरोना से अगले एक साल तक सेहत और जीवन को खतरा बना रहेगा। इस सर्वे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ, चिकित्सक वैज्ञानिक, वायरोलॉजिस्ट, महामारी रोग विशेषज्ञ और प्रोफेसर आदि शामिल किए गए थे।
24 में से 21 विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की अगली लहर देश में अक्तूबर में दस्तक देगी। नई लहर पहले की तरह नहीं होगी। ये लहर नियंत्रित रहेगी क्योंकि भारत में टीकाकरण अभियान चल रहा है। दूसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार तेज होने के कारण लोगों में प्राकृतिक इम्यूनिटी भी बनी है इसका लाभ देखने को मिलेगा।
आपको बता दें कि भारत में 95 करोड़ लोगों में से केवल 5 फीसदी को ही अभी टीका लगा है। बहुत बड़ी जनसंख्या अभी भी खतरे के बीच है। तीसरी लहर अगर कोरोना की आती है तो इसका बच्चों को खतरा है। तीसरी लहर में अगर बड़ी संख्या में बच्चे संक्रमित हुए तो यह सबसे बड़ी आपदा होगी क्योंकि बच्चों के लिए पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर बहुत कम हैं। सरकार की कोशिशें भी कम पड़ सकती हैं।