Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Sep, 2021 02:07 PM
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को दिल्ली के सफदरजंग में गार्ड के हाथों डंडा खाना पड़ा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने खुद जानकारी देते हुए बताया कि जब वे अस्पताल के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उनके साथ यह घटना घटी। मंडाविया ने बताया कि वह...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को दिल्ली के सफदरजंग में गार्ड के हाथों डंडा खाना पड़ा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने खुद जानकारी देते हुए बताया कि जब वे अस्पताल के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उनके साथ यह घटना घटी। मंडाविया ने बताया कि वह एक आम मरीज बनकर सफदरजंग अस्पताल पहुंचे थे। मनसुख ने सफदरजंग अस्पताल में चार स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के उद्घाटन समारोह में इस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि वह पहचान बदलकर अस्पताल पहुंचे थे और एक बेंच पर बैठे थे, तभी एक गार्ड आया और उसने मुझे डंडा मार दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस दौरान उन्हें अस्पताल में कई अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। मंडाविया ने बताया कि अस्पताल में 75 साल की महिला अपने बेटे के लिए स्ट्रेचर खोज रही थी लेकिन उन्हें कही से भी मदद नहीं मिली। किसी तरह मैंने उनकी मदद की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गार्ड के डंडा मारने की बात मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी की थी, इस पर उन्होंने पूछा कि क्या आपने उसे सस्पेंड किया। मनसुख मंडाविया ने कहा कि पीएम मोदी के ऐसे पूछने पर मैंने कहा कि व्यक्ति को सजा नहीं व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमें एक ऐसा भारत बनाने की जरूरत है जिसमें हर नागरिक अपने काम को शिद्दत और सहयोग से करे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश को आगे ले जाना है तो मिलकर काम करने की भावना होनी जरूरी है। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कोरोना काल में डॉक्टरों द्वारा किए काम की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टरों ने टीम वर्क के साथ काम किया।