Edited By Yaspal,Updated: 23 May, 2022 11:24 PM
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से कोविड टीका सर्व सुलभ बनाने के लिए वैश्विक व्यवस्था स्थापित करने की मांग करते हुए कहा है कि भारत कोविड मृत्यु के डब्ल्यूएचओ के आकलन पर असहमत है। मांडविया ने...
नई दिल्लीः केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से कोविड टीका सर्व सुलभ बनाने के लिए वैश्विक व्यवस्था स्थापित करने की मांग करते हुए कहा है कि भारत कोविड मृत्यु के डब्ल्यूएचओ के आकलन पर असहमत है। मांडविया ने सोमवार देर शाम जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के मुख्यालय में संगठन की 75 वीं आम बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड टीकों और संबंधित दवाइयों की समान पहुंच बनाने के लिए एक वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस श्रृंखला में डब्ल्यूएचओ से अनुमोदित टीकों और दवाओं को शामिल किया जाना चाहिए। पूरी श्रृंखला में कोविड टीका, दवा और इलाज के तौर-तरीके भी शामिल होने चाहिए। इससे पूरे विश्व में एक स्वास्थ्य सुरक्षा चक्र बनाने में मदद मिलेगी।
मांडविया ने जोर देकर कहा कि भारत में कोविड मृत्यु के डब्ल्यूएचओ के आकलन पर भारत सरकार पूरी तरह से असहमति व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड मृत्यु दर्ज करने का पूरा वैज्ञानिक तरीका है। यह केंद्र स्तर और राज्य स्तर तथा जिला स्तर पर किया जाता है। इसके लिए एक पूरी और पुख्ता व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि भारत में जन्म- मृत्यु दर्ज करने की एक पूरी संवैधानिक व्यवस्था है।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी के दौरान ज्यादा कोविड मृत्यु दर्शा कर एक संवैधानिक संस्था को नकारा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद ने डब्ल्यूएचओ को अपनी असहमति से अवगत करा दिया है। इस परिषद में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हैं। परिषद ने डब्ल्यूएचओ के आकलन के विरोध में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है।