Edited By vasudha,Updated: 17 Jul, 2018 01:43 PM
गुजरात में पिछले कुछ दिनों से भारी वर्षा का दौर जारी है। गिर सोमनाथ जिले के गिर गढड़ा में मात्र 10 घंटे में 364 मिलीमीटर यानी 14 ईंच से अधिक वर्षा दर्ज की गयी। इसी जिले के उना में 279 मिमी, अमरेली के जाफराबाद में 187 मिमी, डांग के वघई...
नेशनल डेस्क: गुजरात में पिछले कुछ दिनों से भारी वर्षा का दौर जारी है। गिर सोमनाथ जिले के गिर गढड़ा में मात्र 10 घंटे में 364 मिलीमीटर यानी 14 ईंच से अधिक वर्षा दर्ज की गयी। इसी जिले के उना में 279 मिमी, अमरेली के जाफराबाद में 187 मिमी, डांग के वघई में 173 मिमी, भावगनर के तलाजा में 171, महुवा में 143, अमरेली के राजुला में 137 मिमी और वलसाड के पारडी में 122 मिमी वर्षा हुई है।
राज्य में अब तक मानसून के कुल औसत के लगभग 40 प्रतिशत तक वर्षा हो चुकी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ एवं जलभराव के कारण फंसे 1000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है। गिर सोमनाथ जिले के गिर गढड़ा के निकट पटरी पर अचानक पानी आ जाने से फंसी एक ट्रेन से 95 लोगों को बचाया गया। मौसम विभाग ने आने वाले पांच दिनों में भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में वर्षा और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के बाद बताया कि राज्य में फिलहाल एनडीआरएफ की 15 टीमे हैं और 5 अन्य बाहर से मंगायी जा रही हैं। अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हालांकि एहतियात के तौर पर वायु सेना को भी पत्र लिख कर जरूरत पडऩे पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगामी 20 जुलाई का गुजरात आने का कार्यक्रम फिलहाल परिवर्तित नहीं किया गया पर अगर वर्षा का जोर नहीं घटा तो इस पर विचार किया जा सकता है। इस बीच भारी वर्षा के कारण कई गांवों में जलभराव हो गया है। कई रास्तों को भी पानी के चलते बंद कर दिया गया है।