Edited By Anil dev,Updated: 03 Sep, 2019 06:14 PM
हीदी सादिया ने केरल के पहले ट्रांसजेंडर टीवी पत्रकार के रूप इतिहास रचा है और उसने सोमवार को लैंडर विक्रम के आर्बिटर से सफलतापूर्वक अलग होने पर देश के दूसरे चंद्रमिशन की इस उपलब्धि की अपनी पहली रिपोर्टिंग की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा...
तिरुवनंतपुरम: हीदी सादिया ने केरल के पहले ट्रांसजेंडर टीवी पत्रकार के रूप इतिहास रचा है और उसने सोमवार को लैंडर विक्रम के आर्बिटर से सफलतापूर्वक अलग होने पर देश के दूसरे चंद्रमिशन की इस उपलब्धि की अपनी पहली रिपोर्टिंग की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा ने उसे बधाई देते हुए फेसबुक पर लिखा, सादिया देश के दूसरे ट्रांसजेंडरों के लिए प्रेरणास्रोत है। अपनी डिग्री के बाद उसने पत्रकारिता में पी जी डिप्लोमा किया और वह कैराली न्यूज से जुड़ी। उसने चंद्रयान 2 की उपलब्धि की रिपोर्टिंग की।
सादिया को केरल की सत्ताधारी माकपा द्वारा संचालित खबरिया चैनल कैराली ने उसे नौकरी दी। उसने सोमवार को चंद्रयान 2 पर अपनी पहली लाइव रिपोर्टिंग की। सादिया ने कहा, मुझ जैसे कई लोग हैं जो मीडिया के पेशे में आए। लेकिन मैं पहली टीवी पत्रकार हूं। उन्होंने कहा,मैं इस स्थान से जुड़कर सौभाग्यशाली महसूस करती हूं। पत्रकार की जिम्मेदारी बहुत बड़ी होती है और मैं इस काम की गंभीरता को समझती हूं। उसने यह बताया कि जब वह मेंगलुरु में मेडिसीन की पढ़ाई के लिए गयी तब कैसे उसे मुश्किल स्थिति से जूझना पड़ा। उसने कहा, मेरी रैगिंग की गई और मुझे अपमानित किया गया। मुझे छह महीने बाद पढ़ाई छोडऩी पड़ी। उसके बाद मैं बेंगलुरु चली गई जहां मैंने लिंग परिवर्तन सर्जरी कराई। उसके लिए मेरे माता-पिता अब भी मुझसे नाराज हैं। अब मैं आशा करती हूं कि एक दिन जरूर वे समझेंगे।
इग्नू से बीए (साहित्य) करने के बाद सादिया ने तिरुवनंतपुरम से इलेक्ट्रोनिक पत्रकारिता में डिप्लोमा किया। सादिया ने कहा, च्च् पत्रकारिता संस्थान में मित्रों ने मेरा सहयोग किया। मैं प्रथम श्रेणी से पास हुई। कुछ मीडिया घराना मुझे नौकरी पर रखने के लिए अनिच्छुक थे। लेकिन कैराली ने मेरी पात्रता पर गौर किया और मुझे मौका दिया। उसने कहा कि समाज द्वारा तैयार किये गये अवरोधों को तोडऩा मुश्किल होता है। उसने कहा, हम किसी के भी दास नहीं हैं। मैं चाहती हूं कि हम अपनी अपनी सीमाओं से बाहर आएं और अपने हिसाब से बनें। यदि जीवन में कुछ मुश्किले हैं तो उससे बाहर निकलने के लिए कुछ कदम उठाना सदैव बेहतर होता है। हमें मौकों का इस्तेमाल करने और कठिन मेहनत करने की जरूरत है।