Edited By Yaspal,Updated: 21 May, 2019 05:47 AM
भारत के किसी भी संसदीय चुनाव के मुकाबले इस साल सात चरण में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया। इस बार के चुनावों में कुल 91 करोड़ मतदाताओं में से तकरीबन 67.11 प्रतिशत मतदाताओं ने...
नई दिल्लीः भारत के किसी भी संसदीय चुनाव के मुकाबले इस साल सात चरण में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया। इस बार के चुनावों में कुल 91 करोड़ मतदाताओं में से तकरीबन 67.11 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। 2014 में कुल मतदान 66.40 प्रतिशत दर्ज किया गया था। सोमवार सुबह को उपलब्ध हुए आंकड़ों के मुताबिक कुल मतदान 67.11 फीसदी दर्ज किया गया।
लोकसभा की 543 सीटों में से चुनाव 542 सीटों पर कराया गया क्योंकि चुनाव आयोग ने अत्याधिक धन बल प्रयोग के चलते वेल्लोर संसदीय सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था। चुनाव आयोग ने वेल्लोर में चुनाव के लिए नयी तारीख का ऐलान अब भी नहीं किया है। 2014 के चुनावों में जहां मतदाताओं की संख्या 83.40 करोड़ थी वहीं 23 अप्रैल यानि लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में उनकी संख्या 90.99 करोड़ पहुंच गई थी।
2009 के चुनावों में कुल मतदान 56.9 प्रतिशत दर्ज किया गया था। इस साल के चुनावों में मतदान प्रतिशत पहले से सातवें चरण तक जाते-जाते घटता गया। अधिकतर राज्यों में मतदान प्रतिशत 2014 के मुकाबले ढाई प्रतिशत से ऊपर था।
दिलचस्प यह है कि महिला एवं पुरुष मतदाताओं के बीच मतदान प्रतिशत का अंतर 2009 से कम हुआ है। 2009 में यह अंतर नौ प्रतिशत था जो 2014 में 1.4 प्रतिशत हो गया। अब यह करीब 0.4 प्रतिशत ही रह गया है।