Edited By Monika Jamwal,Updated: 06 Apr, 2019 02:09 PM
सुरक्षाबलों की आवाजाही के दौरान जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को सिविल नागरिकों के लिए बंद किये जाने के सरकारी फैसले को पूर्व जस्टिस हसनैन मसूदी ने गलत बताया है और कहा कि यह कदम सामूहिक दंड के बराबर है।
श्रीनगर : सुरक्षाबलों की आवाजाही के दौरान जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को सिविल नागरिकों के लिए बंद किये जाने के सरकारी फैसले को पूर्व जस्टिस हसनैन मसूदी ने गलत बताया है और कहा कि यह कदम सामूहिक दंड के बराबर है। जस्टिस मसूदी अनंतनाग से नैशनल कान्फ्रेंस के उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि हाईवे को बैन किया जाना लोगों के मानवाधिकारों का हनन है और इससे कई लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
जस्टिस मसूदी ने कहा कि छात्र परेशान होंगे, मरीज क्या करेंगे और आम नागरिक क्या करेगा। रास्ता बंद होगा तो वे कहां जाएंगे। सबको असुविधा होगी। मसूदी ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से सरकार ने कई गलत फैसले लिये हैं। लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, संगठनों पर बैन लगाया जा रहा है, यह सब क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए पर बार-बार प्रहार किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर से उसकी स्वायत्ता छीनने का प्रयास हो रहा है और ऐसा होने नहीं दिया जाएगा।