Edited By Pardeep,Updated: 31 Aug, 2019 05:03 AM
अब कुतुबमीनार ही नहीं, बल्कि पूरा कुतुब परिसर बदले-बदले अंदाज में दिखाई देने वाला है। जहां रात में भी आप कुतुब परिसर का वैसे ही दीदार कर पाएंगे, जैसे दिन में कर पाते हैं। हालांकि रात में कुतुब परिसर की सुंदरता और अधिक बढ़ जाएगी। इस नए बदलाव की सभी...
नई दिल्ली: अब कुतुबमीनार ही नहीं, बल्कि पूरा कुतुब परिसर बदले-बदले अंदाज में दिखाई देने वाला है। जहां रात में भी आप कुतुब परिसर का वैसे ही दीदार कर पाएंगे, जैसे दिन में कर पाते हैं। हालांकि रात में कुतुब परिसर की सुंदरता और अधिक बढ़ जाएगी। इस नए बदलाव की सभी तैयारियां भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा कर ली गई हैं। शनिवार को शाम 7 बजे केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल कुतुबमीनार परिसर का प्रदीप्तिकरण के कार्य का उद्घाटन करने वाले हैं।
एएसआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे पहले भी कुतुबमीनार में लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी, लेकिन कुतुब की हर मंजिल की लाइटिंग में काफी अंतर दिखाई देता था। जिसके चलते उसकी वो खूबसूरती निखर कर बाहर नहीं आ पा रही थी, जो सही मायनों में आनी चाहिए थी। इसीलिए नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) द्वारा कुतुबमीनार सहित पूरे कुतुब परिसर में लाइटिंग लगाई गई है जोकि बिल्कुल ऐतिहासिक धरोहर से मिलान ही नहीं करती बल्कि उसकी सुंदरता में चार चांद लगा देती है। इसके साथ ही कुतुबमीनार की हर मंजिल की लाइटिंग बिल्कुल एक जैसी लगती है। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से लाइटिंग का काम तेजी के साथ किया जा रहा था। अब पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कुतुब परिसर पूरी तरह से तैयार खड़ा है।
बताया जा रहा है कि यहां लगाई जाने वाली एलईडी लाइटों को शाम 7 से रात 11 बजे के बीच जलाया जाएगा, इसमें बिजली की खपत भी काफी कम होगी। दरअसल हाल ही में लालकिला, सफदरजंग, पुराना किला व हुमायूं के मकबरे में लाइटिंग लगाए जाने के बाद पर्यटकों की संख्या में अच्छा खासा इजाफा हुआ है। पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक स्मारकों, खासकर यूनेस्को की लिस्ट में शामिल विश्व धरोहरों पर खासा ध्यान एएसआई दे रहा है।
सर्दियों में बढ़ जाते हैं पर्यटक
कुतुबमीनार देखने वाले पर्यटकों की संख्या सर्दियों के मौसम में बढ़ जाती है लेकिन लाइट की सुचारू व्यवस्था ना होने की वजह से इसे जल्द बंद कर दिया जाता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए लाइटिंग की गई है ताकि देर रात 10 बजे तक देशी व विदेशी पर्यटक यहां आ सकें। बता दें कि अक्तूबर से अप्रैल तक रोजाना 15 से 20 हजार पर्यटक कुतुबमीनार देखने आते हैं, जिनमें 2 से ढाई हजार की संख्या विदेशी पर्यटकों की रहती है। जबकि मई से सितंबर तक यह संख्या घटकर 10 से 12 हजार व विदेशी पर्यटकों की संख्या 700 से एक हजार पहुंच जाती है। वहीं गर्मियों में भी धूप ढलने के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।