जानें क्यों विज्ञान के लिए अहम दिन है 4 जुलाई

Edited By Anil dev,Updated: 04 Jul, 2019 11:59 AM

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विज्ञान के लिए चार जुलाई एक खास दिन है। वर्ष 2012 में इसी दिन वैज्ञानिकों ने हिग्स बोसॉन कण का पता लगाने में मिली सफलता का ऐलान किया था। जिनेवा में यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च यानी सर्न के वैज्ञानिकों ने दावा किया.......

नई दिल्ली: विज्ञान के लिए चार जुलाई एक खास दिन है। वर्ष 2012 में इसी दिन वैज्ञानिकों ने हिग्स बोसॉन कण का पता लगाने में मिली सफलता का ऐलान किया था। जिनेवा में यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च यानी सर्न के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि उन्होंने गॉड पार्टिकल, यानि हिग्स बोसॉन कण के बेहद ठोस संकेत हासिल किए हैं। इसके अलावा देश-विदेश में भारत का परचम लहराने वाले स्वामी विवेकानंद का निधन वर्ष 1902 में आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने भारतीय दर्शन और चिंतन की समृद्ध परंपरा को विश्व स्तर पर रेखांकित करके उसे सम्मान दिलाया। इतिहास में आज की तारीख में दर्ज कुछ और घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:


1776: अमेरिकी कांग्रेस ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता से घोषणा की। 
1810: फ्रांसिसी सेनाओं ने एम्सटर्डम पर कब्जा किया 
1827: न्यूयार्क से दासत्व खत्म करने की घोषणा हुई। 
1897: आंधप्रदेश के महान स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू का जन्म। 
1898: भारत के प्रधानमंत्री पद पर दो बार अस्थाई रूप से रहे राजनीतिज्ञ गुलजारी लाल नंदा का सियालकोट में जन्म। 
1902 : भारतीय मनीषी विवेकानंद का निधन । 
1946 : फिलीपीन को अमेरिका से स्वतंत्रता मिली। 
1963 : तिरंगे का डिजाइन बनाने वाले स्‍वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया का निधन। 
1997: नासा का पाथफाइंडर स्पेस प्रोब मंगल की सतह पर उतरा। 
2012: सर्न के वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्होंने नए कण हिग्स बोसॉन की खोज कर ली है।

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