Edited By Anil dev,Updated: 13 Sep, 2019 05:43 PM
आपने शायद ही पहले ही सुना होगा कि सड़कों पर लगा होर्डिंग किसी की जान भी ले सकता है। मामला चेन्नई का है जहां एक आईटी कंपनी में जॉब कर रही 23 साल की युवती पर गुरुवार को एआईएडीएमके की होर्डिंग गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। मृत युवती की पहचान सुबाश्री...
नई दिल्ली: आपने शायद ही पहले ही सुना होगा कि सड़कों पर लगा होर्डिंग किसी की जान भी ले सकता है। मामला चेन्नई का है जहां एक आईटी कंपनी में जॉब कर रही 23 साल की युवती पर गुरुवार को एआईएडीएमके की होर्डिंग गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। मृत युवती की पहचान सुबाश्री के रूप में की गई है।
सॉफ्टवेयर फर्म में काम करने करती हैं सुबाश्री
जानकारी मुताबिक सॉफ्टवेयर फर्म में काम करने वाली सुबाश्री सुबह छह बजे ऑफिस गई थी। हर दिन की तरह अपनी शिफ्ट पूरी कर दोपहर दो बजे के करीब ऑफिस से अपने घर लौट रही थी। उसी समय सत्ताधारी पार्टी का एक होर्डिंग लगाया जा रहा था। वह सुबाश्री पर गिर पड़ा। इससे उसका बैलेंस बिगड़ गया। वह स्कूटी से गिर गई। इतने में पीछे से आ रहे पानी के टैंकर ने उसे कुचल दिया। युवती को नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
"सड़कों को पेंट करने के लिए सरकार को और कितने लीटर खून की जरूरत"
वहीं अवैध होर्डिंग को लेकर तमिलनाडु सरकार को फटकार लगाते हुए मद्रास उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को पूछा कि इस तरह के बैनरों से और कितनी जानें जाएंगीं जो लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल रही हैं। महानगर में एक अवैध होर्डिंग 23 वर्षीय महिला इंजीनियर पर गिर गया जिस कारण उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क पर गिर गई। इस दौरान पानी के टैंकर ने उसे कुचल डाला। अदालत ने पूछा कि क्या सरकार ऐसे अनधिकृत बैनरों के खिलाफ कड़ा रूख अपनाएगी। न्यायमूर्ति एम. सत्यनारायण और न्यायमूर्ति एन. शेशासाय ने आश्चर्य जताया, ‘‘राज्य सरकार को सड़कों को पेंट करने के लिए और कितने लीटर खून की जरूरत है।''