Edited By Yaspal,Updated: 11 Jun, 2018 09:00 PM
गृह मंत्रालय ने सोमवार को कट्टरपंथ और इंटरनेट के जरिए फैल रहे आतंकवाद के मुद्दे पर बैठक की। केंद्र सरकार के समक्ष इससे निपटने के लिए क्या चुनौतियां हैं।
नेशनल डेस्कः गृह मंत्रालय ने सोमवार को कट्टरपंथ और इंटरनेट के जरिए फैल रहे आतंकवाद के मुद्दे पर बैठक की। केंद्र सरकार के समक्ष इससे निपटने के लिए क्या चुनौतियां हैं। इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई। बैठक में आतंकवादी कट्टरपंथ के जरिए युवाओं के भड़काने और सोशल मीडिया के जरिए नियंत्रित करने के मुद्दे का भी जिक्र हुआ।
टेलीकॉम, पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों की कार्यप्रणाली को सुधारने और इनमें बेहतर तालमेल बिठाने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई. उन वेबसाइटस को बंद करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई कि जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं। ऐसी वेबसाइटों की पहचान कर उन्हें भविष्य में ब्लॉक किया जाएगा। बैठक में ऐसे वेबसाइट को ब्लॉक करने के लिए आईटी एक्ट के तहत प्रभावी कदम उठाने पर भी चर्चा की गई।
पीएम मोदी की सुरक्षा पर भी हुई चर्चा
गृह मंत्रालय की इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि तय समयसीमा के अंतर्गत ये कदम उठाए जाएं। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि संबंधित एजेंसियों के बीच इसे रोकने के लिए बेहतर तालमेल बनाया जाए, जिसमें टेलीकॉम डिपार्टमेंट, पुलिस और अन्य एजेंसी शामिल हैं। भविष्य में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के भी प्रतिनिधियों को इस बैठक में बुलाया जाएगा।
बैठक में पीएम मोदी की सुरक्षा को और मजबूत करने के भी निर्देश दिए गए, साथ ही उन्हें मारने की साजिश के तहत लिखी गई चिट्ठी पर भी गंभीर चर्चा की गई। गृह मंत्रालय ने जिन लोगों के पास से चिट्ठी बरामद हुई है, उनके बारे में पूरी तरह जानकारी मांगी है, इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस से मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी है।