Edited By Anil dev,Updated: 06 Sep, 2018 01:17 PM
सुप्रीम कोर्ट आज आईपीसी की धारा 377 की संवैधानिक वैधता पर फैसला सुनाते हुए कहा कि समलैंगिकता अपराध नहीं है। मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई दीपक मिश्रा ने कहा कि इस मामले को लेकर मानसिकता बदलने की जरूरत है। कोई भी शख्स अपने व्यक्तित्व से बच नहीं...
नेशनल डेस्कः सुप्रीम कोर्ट आज आईपीसी की धारा 377 की संवैधानिक वैधता पर फैसला सुनाते हुए कहा कि समलैंगिकता अपराध नहीं है। मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई दीपक मिश्रा ने कहा कि इस मामले को लेकर मानसिकता बदलने की जरूरत है। कोई भी शख्स अपने व्यक्तित्व से बच नहीं सकता। कोर्ट ने कहा कि समाज में हर किसी को जीने का अधिकार है। वहीं इसी बहाने हम ऐसे देशों पर नजर डालेंगे जहां गे मैरिज अपराध है और इसके लिए सजाएं तय करके रखी गई हैं और ऐसे भी देशों को जानेंगे, जहां गे मैरिज को स्वीकार कर वैध घोषित कर दिया गया है।
आपको यह जानकर हैरान होगी कि दुनिया भर के लगभग 73 से 76 ऐसे देश हैं जहां समलैंगिकता को गैर कानूनी माना जाता है और इसके लिए सजाएं भी तय की गई हैं। इन देशों में अधिकतर एशियाई, खाड़ी और अफ्रीकी देश हैं। जिन देशों में समलैंगिकता को अवैध घोषित किया गया है, वहां समलैंगिकों के खिलाफ हिंसा और उत्पीडऩ जैसे मामले आम हैं। ऐसे ही लगभग 25-26 देश ऐसे हैं जहां गे मैरिज वैध है।
ईरान, सूडान, सऊदी अरब और यमन, सोमालिया के कुछ हिस्से और उत्तरी नाइजीरिया में शरिया कानून के तहत समलैंगिकता के मामले में मौत की सजा दी जाती है। वहीं मॉरिशानिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात में भी सैद्धांतिक रूप से समलैंगिकता के मामले में मौत की सजा का प्रावधान है।
कहां समलैंगिकों को मिले हुए हैं अधिकार?
- अर्जेंटीना (2010) ऑस्ट्रेलिया (2017)
- बेल्जियम (2003) ब्राज़ील (2013)
- कनाडा (2016) कोलंबिया (2016)
- डेनमार्क (2012) इंग्लैंड/वेल्श (2013)
- फिनलैंड (2015) फ्रांस (2013)
- जर्मनी (2017) ग्रीनलैंड (2015)
- आइसलैंड (2010) आयरलैंड (2015)
- लक्ज़मबर्ग (2014) माल्टा (2017)
- उरुग्वे (2013) नीदरलैंड (2000)
- न्यूज़ीलैंड (2013) नॉर्वे (2008)
- पुर्तगाल (2010) स्कॉटलैंड (2014)
- दक्षिण अफ्रीका (2006) स्पेन (2005)
- यूएस (2015) स्वीडन (2009)