Edited By Seema Sharma,Updated: 03 Jan, 2019 10:26 AM
अमरीका ने भारत को संकेत दिया है कि वह फरवरी-मार्च तक अपनी शैल गैस का उत्पादन बढ़ा देगा। तेल का उत्पादन करने वाले देशों (ओपेक) ने प्रतिदिन 1.2 मिलियन बैरल उत्पादन घटाने का फैसला किया है जिसके बाद अमरीका ने भारत को सूचित किया है कि वह अपने उत्पादन में...
नेशनल डेस्कः अमरीका ने भारत को संकेत दिया है कि वह फरवरी-मार्च तक अपनी शैल गैस का उत्पादन बढ़ा देगा। तेल का उत्पादन करने वाले देशों (ओपेक) ने प्रतिदिन 1.2 मिलियन बैरल उत्पादन घटाने का फैसला किया है जिसके बाद अमरीका ने भारत को सूचित किया है कि वह अपने उत्पादन में वृद्धि करेगा। समस्या यह है कि अमरीका बढ़े हुए उत्पादन की सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने पर जोर दे रहा है। वह अपना उत्पादन बढ़ा सकता है मगर बंदरगाह तक तेल ले जाने के लिए उसके पास पर्याप्त क्षमता नहीं इसीलिए वह अधिक पाइपलाइनें बिछाने के कार्य में लगा हुआ है जो फरवरी तक पूरा हो जाएगा।
ऐसी चर्चा है कि मोदी और ट्रम्प ने ओपेक के फैसले के तुरंत बाद एक-दूसरे से बात की थी क्योंकि ओपेक के फैसले से भारत अधिक प्रभावित होगा और तेल की कीमतें एक बार फिर बढ़ जाएंगी। ट्रम्प ने मोदी को बताया कि वह चिंता न करें क्योंकि हम उत्पादन बढ़ा देंगे और इसका परिणाम यह हुआ कि तेल की कीमतें एक बार फिर कम होनी शुरू हो गई हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक तोहफा है विशेषकर उस समय जब भारत में लोकसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। तेल की कीमतों में कमी से भारत को पर्याप्त लाभ होगा। इस तरह मोदी की ट्रम्प उस समय मदद कर रहे हैं जब प्रधानमंत्री को इसकी बड़ी जरूरत है।