खड़से बोले, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में फिर से शामिल होने को उत्सुक नहीं हूं

Edited By Seema Sharma,Updated: 13 May, 2018 04:17 PM

i am not keen to rejoin maharashtra cabinet eknath khadse

भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने कहा है कि वह महाराष्ट्र में पार्टी नीत सरकार का फिर से हिस्सा बनने को लेकर उत्सुक नहीं हैं। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद खड़से को दो साल पहले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। खड़से ने यह भी कहा कि...

मुंबई: भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने कहा है कि वह महाराष्ट्र में पार्टी नीत सरकार का फिर से हिस्सा बनने को लेकर उत्सुक नहीं हैं। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद खड़से को दो साल पहले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। खड़से ने यह भी कहा कि उनकी भाजपा छोड़ने की कोई योजना नहीं है क्योंकि भगवा पार्टी उनका ‘ परिवार’ है और उसने मुश्किल घड़ी में उनका साथ दिया। उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में मुक्तिनगर सीट से विधायक खड़से ने जून 2016 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जब उनपर राजस्व मंत्री के तौर पर अपनी पत्नी और दामाद के पक्ष में भूमि सौदा को कराने के लिये पद के दुरुपयोग का आरोप लगा था। उन्होंने तब से लगातार कुछ भी गलत करने से इंकार किया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने में अब एक साल से थोड़ा अधिक वक्त बचे होने के मद्देनजर भाजपा के 65 वर्षीय वरिष्ठ नेता की, सरकार का हिस्सा बनने में कोई खास दिलचस्पी नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ (राज्यः में चुनाव होने में अभी एक साल से अधिक वक्त है। उससे पहले भी कई स्थानीय चुनाव होंगे। आदर्श आचार संहिता की वजह से अब सरकार बहुत अधिक काम नहीं कर पाएगी। इसलिए मेरी अब राज्य मंत्रिमंडल में लौटने में कोई दिलचस्पी नहीं है। इससे पहले राज्य की देवेंद्र फड़णवीस सरकार में उन्हें नंबर दो माना जाता था। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( एसीबी ) ने इस महीने की शुरूआत में पुणे की एक अदालत में पुणे के निकट एमआईडीसी की जमीन की खरीद में कथित अनियमितता के मामले में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इस मामले में खड़से का नाम आया था। नेता ने तब विश्वास जताया था कि वह मामले में पाक साफ साबित होंगे। अदालत के उनके खिलाफ कुछ भी पुख्ता नहीं मिलने की बात कहने को लेकर मीडिया में आई खबरों पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि सच्चाई की जीत हुई है।’’ खड़से की हाल में घुटना बदलने के लिए सर्जरी हुई थी और अब वह स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तकरीबन चार दशकों के राजनैतिक करियर में बनाई गई बेदाग छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास था।’’  वह राज्य में कृषि विभाग भी संभाल रहे थे।

उन्होंने कहा कि दो साल का नुकसान न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि राज्य के लिए भी है। मैं इन दो वर्षों में काफी अच्छा काम कर सकता था और राज्य के कल्याण में योगदान दे सकता था। भावी राजनैतिक योजना के बारे में पूछे जाने पर खड़से ने कहा कि उनके सभी राजनैतिक दलों के नेताओं से अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा से नाता तोड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा में बड़ा हुआ हूं और यह मेरा परिवार है। पार्टी ने मुश्किल वक्त में मेरा समर्थन किया। इसे छोड़ने का कोई सवाल नहीं है।’’ फड़णवीस नीत भाजपा सरकार के कामकाज पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर अच्छा काम हो रहा है। हालांकि, हम बेहतर कर सकते थे। कांग्रेस के पूर्व नेता राजेंद्र गावित को पालघर लोकसभा उपचुनाव से पहले हाल में पार्टी में शामिल किये जाने और उसके बाद इसके लिए टिकट दिये जाने पर उन्होंने कहा कि इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है। पालघर लोकसभा सीट के लिये उपचुनाव 28 मई को होना है। इस साल 30 जनवरी को चिंतामन वांगा (67) के निधन की वजह इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं।

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