Edited By ,Updated: 25 Mar, 2016 11:06 AM
मुंबई में हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं में शामिल डेविड हेडली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही क्रॉस एग्जामिनेशन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है। एक खुलासे में हेड़ली ने कहा है कि बचपन से ही भारत से...
नई दिल्ली: मुंबई में हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं में शामिल डेविड हेडली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही क्रॉस एग्जामिनेशन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है। एक खुलासे में हेड़ली ने कहा है कि बचपन से ही भारत से बदला लेना चाहता था, क्योंकि भारतीय विमानों ने 1971 में उसके स्कूल पर बम बरसाए थे।
मुंबई के एक कोर्ट में जिरह के दौरान शुक्रवार को हेड़ली ने कहा कि, 'मैं भारत से बदला लेना चाहता था। 07 दिसंबर 1971 को भारतीय विमानों ने बमबारी कर मेरे स्कूल को तबाह कर दिया था। उस हादसे में वहां काम कर रहे कई लोग मारे गए थे।' हेडली ने कहा कि कई सारे कारणों में से एक कारण यह भी रहा कि उसने लश्कर-ए-तैयबा ज्वॉइन किया।
अपने सारे अपराध कबूल करते हुए हेडली ने कहा कि, 'मैं अपने सारे अपराध कबूल करता है। मैं बहुत खराब इंसान हूं, मैं अपराध स्वीकार कर चुका हूं। आप कह रहे हैं तो फिर मान लेता हूं।'
हेड़ली ने अदालत को बताया कि उसकी याचिका में भारत या पाकिस्तान को प्रत्यर्पण से इनकार जैसी शर्तों को उसने नहीं जुड़वाया है। आतंकी ने कहा, 'इस ओर एफबीआई और वकीलों की मीटिंग के दौरान मैं शामिल नहीं रहा हूं। मैंने याचिका में यह शर्तें नहीं जुड़वाई कि मैं भारत या पाकिस्तान को प्रत्यर्पण नहीं करूंगा या मुझे फांसी की सजा नहीं दी जाए।' उसने कोर्ट से आगे कहा, 'मैंने सोचा कि मैं यहां सरकार की ओर से गवाही देने के लिए लाया गया हूं।'