Edited By Monika Jamwal,Updated: 22 Feb, 2019 05:07 PM
जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फं्रट के चेयरमैन का कहना है कि बार-बार सुरक्षा का ऑफर मिलने के बाद भी उन्होंने कभी भी सरकारी सुरक्षा नहीं ली है।
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फं्रट के चेयरमैन का कहना है कि बार-बार सुरक्षा का ऑफर मिलने के बाद भी उन्होंने कभी भी सरकारी सुरक्षा नहीं ली है। मलिक ने कहा कि मैने लिखकर दिया कि मुझे सरकार सुरक्षा नहीं चाहिये।
मलिक के अनुसार सबसे पहले 1996 में सीआईडी के कुछ अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा देने का ऑफर दिया था पर मैने मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि जन्म और मरन दोनो की खुदा के हाथ में है और जब वो चाहे तो कोई नहीं बचा सकता है। मलिक ने यह भी कहा कि बयान आते हैं कि जब अलगाववादी बीमार होते हैं तो उनका इलाज हम करते हैं, कौन करता है, कब करता है, हमे भी तो पता चले। आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद सरकार ने अलगाववादियों से सुरक्षा वासप ले ली है।