Edited By Pardeep,Updated: 10 Aug, 2024 10:02 PM
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा है कि अग्निवीर योजना युवाओं के लिए राष्ट्र सेवा का एक स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने कहा कि 16 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद शुक्रवार को 214 महिलाओं समेत कुल 1,389 अग्निवीर सेवा में शामिल हुए।
भुवनेश्वरः नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा है कि अग्निवीर योजना युवाओं के लिए राष्ट्र सेवा का एक स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने कहा कि 16 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद शुक्रवार को 214 महिलाओं समेत कुल 1,389 अग्निवीर सेवा में शामिल हुए। उन्होंने कहा, ‘‘अग्निवीर में शामिल होना भारतीय युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे भारतीय नौसेना, सेना और वायु सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने के लिए कम से कम चार साल का समय मिलता है।''
अग्निवीरों की रात्रि पासिंग आउट परेड के लिए ओडिशा के खुर्दा जिले में ‘आईएनएस चिल्का' पर मौजूद त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘अग्निवीर में शामिल होना सभी के लिए गर्व की बात है। चार साल बाद, अगर आप इस सेवा में बने नहीं रहना चाहते हैं, तो आप इससे छोड़ सकते हैं और समाज में उपलब्ध कई अन्य विकल्पों को चुन सकते हैं।''
योजना को लेकर उठे विवादों के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अग्निवीर को लेकर कोई विवाद नहीं है। त्रिपाठी ने बांग्लादेश की मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल पर भी कोई बयान देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वैसे भारतीय तट पर सुरक्षा “मजबूत” बनी हुई है।
उन्होंने कहा, “तटीय सुरक्षा भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।” इस बीच, पड़ोसी देश में अशांति के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने कम से कम चार तटीय जिलों - बालासोर, भद्रक और केंद्रपाड़ा को हाई अलर्ट पर रखा है। बांग्लादेश समुद्री मार्ग से ओडिशा तट से लगभग 200 किमी दूर है।