Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Aug, 2019 04:16 PM
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी गोपीनाथ कन्नन ने केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज होकर अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। गोपीनाथ कन्नन विद्युत विभाग के सचिव पद पर तैनात थे। गोपीनाथ तब चर्चा में आए थे
नई दिल्लीः भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी गोपीनाथ कन्नन ने केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज होकर अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। गोपीनाथ कन्नन विद्युत विभाग के सचिव पद पर तैनात थे। गोपीनाथ तब चर्चा में आए थे जब 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ के दौरान उन्होंने राहत सामग्री अपने कंधों पर रखकर लोगों तक पहुंचाई थीं। उनकी तस्वीर तक काफी वायरल हुई थी और युवाओं के लिए वो एक आदर्श बन गए थे। हालांकि गोपीनाथ ने अपने इस्तीफे को लेकर कोई वजह नहीं बताई है। पर खबरें हैं कि उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज होकर इस्तीफा दिया है। गोपीनाथ ने अपना इस्तीफा केंद्र शासित प्रदेश के एडमिनिस्ट्रेटर के सलाहकार के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव को भेज दिया है। वे 2012 बैच के आईएएस अधिकारी थे।
मौजूदा समय में वे केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में तैनात थे। उनके और दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल खोदा पटेल के बीच कई बार मतभेद की खबरें भी आईं। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग से मौजूदा दादरा नगर हवेली के बड़े अधिकारियों की शिकायत की थी, तब वह सिलवासा के जिलाधिकारी पद पर तैनात थे।
कन्नन ने तब आरोप लगाया था कि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद उन्हें हटाकर कम महत्व के विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। आईएएस बनने से पहले गोपीनाथ इंजीनियर थे और वह इस दौरान झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को पढ़ाते भी थे।