Edited By vasudha,Updated: 13 Oct, 2020 09:23 AM
हम अपनी अलग पहचान तभी बना सकते हैं, जब हमारे अंदर कुछ कर गुजरने का जुनून हो। जोखिम लेने वाला इंसान ही दुनिया में सबसे अलग कहलाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है आईएएस सौम्या पांडेय ने जिनके जज्बे ने लोगों को एक नई सीख दे दी है। आईएएस सौम्या बच्ची को...
नेशनल डेस्क: हम अपनी अलग पहचान तभी बना सकते हैं, जब हमारे अंदर कुछ कर गुजरने का जुनून हो। जोखिम लेने वाला इंसान ही दुनिया में सबसे अलग कहलाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है आईएएस सौम्या पांडेय ने जिनके जज्बे ने लोगों को एक नई सीख दे दी है। आईएएस सौम्या बच्ची को जन्म देने के ठीक 22 दिन बाद ही अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कार्यालय पहुंच गई।
IAS सौम्या पांडे गाज़ियाबाद के मोदीनगर में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। इसी बीच उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। सौम्या ने मां के फर्ज के साथ साथ देश के प्रति भी अपना फर्ज याद रखा और डिलवरी के 22 दिन बाद ही वह काम पर लौट गई। उन्होंने महज एक महीने की मैटरनिटी लीव ली और इसके बाद अपनी जिम्मेदारी संभाल ली। काम के प्रति उनकी निष्ठा को देखकर हर कोई उन्हे सलाम कर रहा है।
सौम्या पांडे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें वह अपनी बच्ची को गोद लिए हुए काम करती दिखाई दे रही है। सौम्या कहती हैं कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए वह अपने साथ-साथ बच्ची का भी विशेष ध्यान रखती हैं और सभी फाइलों को भी वह बार-बार सैनिटाइज करती हैं।
सौम्या ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान से ही अभी तक गाजियाबाद जिला प्रशासन का उन्हें बड़ा सहयोग मिला है और सभी अधीनस्थ कर्मचारियों ने भी उनका भरपूर साथ दिया है। समय पर सभी काम पूरे किए हैं। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने उनका एक परिवार की तरह साथ दिया है। इसलिए अब उनका कर्तव्य बनता है कि वह मां के धर्म को निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी भी निभाएं।