Edited By Seema Sharma,Updated: 07 Apr, 2020 08:18 AM
भारतीय चिकित्सा शोध परिषद (ICMR) के महामारी रोग विभाग के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेड़कर ने इन अफवाहों को पूरी तरह खारिज कर दिया है कि अखबार से कोराेना फैलता है। गंगाखेड़कर ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर इन दिनों लोगों में अजीब तरह का डर और बैचेनी देखी...
नेशनल डेस्कः भारतीय चिकित्सा शोध परिषद (ICMR) के महामारी रोग विभाग के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेड़कर ने इन अफवाहों को पूरी तरह खारिज कर दिया है कि अखबार से कोराेना फैलता है। गंगाखेड़कर ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर इन दिनों लोगों में अजीब तरह का डर और बैचेनी देखी जा रही है और हर कोई दूसरे व्यक्ति को शक की नजरों से देख रहा है। लोगों ने इस गलतफहमी के कारण अखबार लेने बंद कर दिए हैं जबकि सच्चाई यह है कि वह वायरस कागज पर अधिक समय तक नहीं टिक पाएगा।
डॉ रमन ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि विषाणु की जीवन अवधि को देखने के लिए प्रयोगशालाओं में एक ड्रम के भीतर कागज लगाकर बाहर जैसा माहौल बनाकर विषाणुओं के ड्रापलेट्स को रखकर यह सुनिश्चित किया जाता है कि यह विषाणु कितने समय तक जिंदा रहेगा लेकिन प्रयोगशालाओं और बाहरी वातावरण में काफी अंतर हाेता है। अत: लोगों का यह डर बेबुनियाद है कि यह कोरोना अखबारी कागज पर रहता है अथवा किसी दूसरी सतह पर पाया जाता है। उन्होंने कहा कि वातावरण में हर जगह विषाणु और जीवाणु रहते हैं और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें मारती रहती है। इस बीमारी से बचने में व्यक्तिगत साफ-सफाई और लगातार हाथों को साफ रखने से काफी मदद मिलती है।