Edited By Utsav Singh,Updated: 26 Aug, 2024 08:34 PM
भाजपा ने स्पष्ट किर दिया कि जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल अपने चुनावी घोषणापत्रों में विभिन्न वादे कर सकते हैं, लेकिन यदि वे पत्थरबाजों, आतंकवादियों और पाकिस्तान से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वालों का समर्थन करते हैं, तो केंद्र सरकार इस पर कड़ी...
नई दिल्ली : भाजपा ने स्पष्ट किर दिया कि जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल अपने चुनावी घोषणापत्रों में विभिन्न वादे कर सकते हैं, लेकिन यदि वे पत्थरबाजों, आतंकवादियों और पाकिस्तान से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वालों का समर्थन करते हैं, तो केंद्र सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी। पार्टी ने यह भी कहा कि किसी भी दल द्वारा यदि इन मुद्दों पर समर्थन दिखाया गया, तो यह देश की सुरक्षा और एकता के लिए खतरा हो सकता है और केंद्र सरकार इस पर उचित कदम उठाने में संकोच नहीं करेगी। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने घोषणापत्रों में देश की सुरक्षा और संप्रभुता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाएं।
देश की सुरक्षा के खिलाफ कोई नीति स्वीकार नहीं
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवालों का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल चुनाव के लिए अपने घोषणापत्रों में जो भी वादे करें, केंद्र सरकार देश के हितों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगी। उन्होंने महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला, और उमर अब्दुल्ला जैसे प्रमुख नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि इन नेताओं की किसी भी प्रकार की नीति या घोषणाएं जो देश की सुरक्षा और संप्रभुता के खिलाफ हो सकती हैं, उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा। रविशंकर प्रसाद ने जोर देकर कहा कि भाजपा का रुख पूरी तरह से स्पष्ट है—देश के हित सर्वोपरि हैं और इस पर कोई भी समझौता नहीं होगा।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव 3 चरणों में आयोजित किए जाएंगे
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा किए गए चुनावी वादों पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार देश के हितों के साथ कोई भी समझौता नहीं करेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनावी घोषणापत्रों में किए गए वादे जो देश की सुरक्षा और संप्रभुता से जुड़े हैं, उन पर भाजपा का रुख सख्त रहेगा।केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को, और तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।