Edited By shukdev,Updated: 24 Jul, 2018 08:23 PM
भारतीय पेंट्स संघ (आईपीए) का कहना है कि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने के लिए पेंट्स की कीमतें 10 फीसदी कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जीएसटी परिषद ने पेंट और वार्निश पर जीएसटी की दर को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है।...
नेशनल डेस्क: भारतीय पेंट्स संघ (आईपीए) का कहना है कि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने के लिए पेंट्स की कीमतें 10 फीसदी कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जीएसटी परिषद ने पेंट और वार्निश पर जीएसटी की दर को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है। यह दरें 27 जुलाई से लागू होना है।
आईपीए की आम वार्षिक सभा से अलग संघ के उपाध्यक्ष एस. महेश आनंद ने कहा, ‘यद्यपि हमें अभी तक अंतिम निर्णय प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन हम इसका पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने के प्रयास कर रहे हैं। लेकिन कुछ कारणों के चलते इसका वायदा नहीं किया जा सकता।’आनंद ने कहा कि मुनाफाखोरी रोधी प्रावधानों के तहत कंपनियों को यह लाभ कीमत में कटौती कर ग्राहकों को पहुंचाना है। लेकिन पिछली कुछ तिमाहियों से इसकी लागत पर दबाव बना हुआ है जिसकी वजह कच्चे तेल आधारित मोनोमर और टाइटेनियम डाइऑक्साइड की कीमत ऊंची बनी रहना है।
इसके चलते अपने मार्जन को बनाए रखने के लिए कंपनी ने मार्च और जून 2018 में दो चरणों में कीमतों को करीब 5.5 फीसदी बढ़ाया था। हालांकि आनंद ने जीएसटी दरों में कटौती से उद्योग को तीन से चार प्रतिशत की अतिरिक्त वृद्धि मिलने की उम्मीद जताई है। 2017-18 में यह उद्योग नौ प्रतिशत की वृद्धि के साथ करीब 52,000 करोड़ रुपए का रहा था।