Edited By Seema Sharma,Updated: 08 May, 2018 06:52 PM
मौसम विभाग की ओर से कई प्रदेशों में भारी बारिश और भयंकर आंधी-तूफान आने की चेतावनी जारी करने के बाद सोमवार दिल्ली पुलिस ने आम लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली पुलिस ने वाहन चालकों व अन्य लोगों को सलाह दी है कि वह आंधी और तूफान के दौरान घर से...
नई दिल्ली: इस महीने दो और तीन तारीखों को उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में तेज आंधी चलने और आसमान से बिजली गिरने से कम से कम कम 134 लोगों की जान चली गई और 400 से अधिक लोग घायल हुए। गृह मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़ा साझा करते हुए बताया कि सबसे अधिक 80 लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए और करीब 100 लोग घायल हो गए। उनमें ज्यादातर लोग आगरा क्षेत्र में हताहत हुए। इस आंधी - तूफान का सबसे बुरा असर उत्तरप्रदेश पर ही पड़ा था।
एक नजर अन्य नुक्सान पर:
- राजस्थान में कुल 35 लोग मारे गये और 209 घायल हुए।
- तेलंगाना में ग्यारह लोगों, उत्तराखंड में छह और पंजाब में दो लोगों की जान चली गई।
- तेलंगाना, उत्तराखंड और पंजाब में करीब 100 लोग घायल भी हुए।
- गरज और तेज आंधी के बाद कई क्षेत्रों में बिजली काट दी गई क्योंकि पेड़ उखड़ गये थे और बिजली के तार टूट गए थे। बिजली के कम से कम 20000 खंभे भी उखड़ गये और 2500 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए।
- दो दिनों के दौरान 1800 से अधिक मकानों को नुकसान पहुंचा तथा 800 मवेशी भी मारे गए।
डिपर और पार्किंग का प्रयोग करें
स्पेशल सीपी ट्रैफिक दीपेंद्र पाठक ने बताया कि 8 मई को तूफान दिल्ली-एनसीआर में पहुंचने की संभावना है। इसमें 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने का अनुमान है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। सड़क पर चाहे पेड़ गिरे या कोई कमजोर ढांचा। पुलिस अन्य एजेंसियों की मदद से तुरंत उसे हटायेगी ताकि लोग सड़क पर ना फंसे। यदि किसी को ट्रैफिक पुलिस की मदद चाहिए तो वह 1095, 25844444 पर कॉल कर सकता है या 8750871493 पर व्हाट्सएप कर सकता है।
बचाव
- अगर आवश्यक न हो तो तूफान के दौरान घर या दफ्तर से बाहर न निकलें। गाड़ी चलाने से परहेज करें।
- सड़क पर तूफान के दौरान गाड़ी रोकते समय यह देख लें कि ऊपर कोई बिजली की तार, पेड़ या कोई टीन शेड तो नहीं है। इनके पास गाड़ी रोकना खतरनाक हो सकता है।
- आवश्यकता पड़ने पर किसी पक्के मकान के नीचे जाकर छिपे जिसके गिरने की संभावना न हो।
- गाड़ी चलाते समय डिपर और पार्किंग लाइट का इस्तेमाल करें ताकि आगे-पीछे चल रहे वाहन आपकी गाड़ी को देख सकें।
- मौसम की जानकारी टीवी, रेडियो या अन्य माध्यम से अवश्य लें और उसके अनुसार ही अपनी यात्रा तय करें।
आंधी तूफान से निपटने के लिए सरकार तैयार
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को संभावित आंधी तूफान और भारी बारिश से निपटने के लिए कमर कस ली है। संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की अध्यक्षता हुई बैठक में सभी जरूरी उपाय सोमवार शाम तक पूरा कर लेने के निर्देश दिए गए। दिल्ली सरकार की मंडलायुक्त मनीषा सक्सेना के अनुसार उच्चस्तरीय बैठक में दमकल,राजस्व,यातायात, गृह और लोक निर्माण विभाग सहित अन्य महकमों के अधिकारी मौजूद थे। मौसम में भारी परिवर्तन शाम के समय संभावित है और इस कारण दोपहर से विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। केंद्र सरकार ने राजधानी में मंगलवार को 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने और वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है। इसके आधार पर दिल्ली सरकार ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। दिल्ली फायर सर्विस को अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरूरत के अनुसार फायर सर्विस को दुर्घटना के स्थानों पर भेजा जा सके। आपदा हेल्पलाइन को चालू करने का आदेश दिया गया है। जिला व अनुमंडल स्तर पर आपदा टीम गठित की गई है और इसे मंगलवार को तैयार रहने को कहा गया है। मुख्य सचिव की बैठक में डिवीजनल कमिश्नर के अलावा सभी जिलाधिकारी, पुलिस अधिकारी, फायर सर्विस के अधिकारी व दिल्ली सरकार के गृह विभाग के अधिकारी शामिल थे। सरकार ने ऐसी संभावित स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए, यह परामर्श भी जारी किया है।
सोलर हीटिंग बढ़ना है मौसम बदलाव की वजह
मौसम में इस बदलाव की वजह सोलर हीटिंग को माना जा रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों मौसम में अचानक बदलाव आता ही है और कुछ देर बाद सब सामान्य हो जाता है। मगर इस बार सोलर हीटिंग बढ़ गई है और साथ ही नमी भी अचानक पैदा हो गई है। इसकी वजह से मौसम में अचानक बदलाव हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू कश्मीर व हिमाचल में भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते मौसम में गड़बड़ी हो रही है। इसके चलते तीन दिन तक दिल्ली के अलावा हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी यूपी में मौसम अपने रंग बदलता रहेगा।
हवा की गति 90 से ज्यादा हुई तो मेट्रो सेवा ठप
अगर तूफान के दौरान हवाओं की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा होती है तो ऐसे में मेट्रो के परिचालन में बाधा आ सकती है। ऐसा होने पर एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन को रोक दिया जाएगा। क्योंकि इस अवस्था में प्लेटफॉर्म पर केवल 15 किलोमीटर की गति से ही ट्रेन जा पाएगी। हवाओं की गति पांच मिनट तक 80 किलोमीटर से कम पर आने के बाद ही मेट्रो परिचालन सामान्य होगा। इसे लेकर यात्रियों को मेट्रो स्टेशन पर जानकारी मिलती रहेगी।
निगम कर्मचारियों को तैयार रहने के निर्देश
मौसम विभाग की चेतावनी मिलते ही दक्षिणी नगर निगम लोगों की जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए काफी सतर्क हो गया है। दक्षिणी नगर निगम महापौर नरेंद्र चावला ने दिल्ली में गरज, धूल के साथ आंधी, भारी वर्षा और ओलावृष्टि के अनुमान के मद्देनजर निगम अधिकारियों संग बैठक कर उचित निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मौसम विभाग की चेतावनी से उत्पन्न किसी भी कठिन स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयार रहें। हमारा उद्देश्य जान-माल के नुकसान को रोकना है। संबंधित विभाग से स्पष्ट शब्दों में कहा गया है कि वह संकट के समय लोगों को हर प्रकार की मदद प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं।