Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Oct, 2019 09:33 AM
चंद्रयान 2 के IIRS (इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर) ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें भेजी हैं जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान इसरो ने गुरुवार को शेयर किया। इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर (IIRS) के जरिए भेजी गई इस तस्वीर में चांद पर मौजूद कुछ क्रेटर...
नेशनल डेस्कः चंद्रयान 2 के IIRS (इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर) ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें भेजी हैं जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान इसरो ने गुरुवार को शेयर किया। इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर (IIRS) के जरिए भेजी गई इस तस्वीर में चांद पर मौजूद कुछ क्रेटर भी दिखाई दे रहे हैं। इसरो ने IIRS को इस तरह से डिजाइन किया है कि जिससे वह चंद्रमा की सतह से परिवर्तित होने वाले सूर्य के प्रकाश को माप सके। वहीं इसरो ने बताया कि IIRS को चंद्रमा पर सूर्य की परावर्तित होने वाली किरणें, चांद की सतह पर मौजूद खनिजों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है।
इसरो के मुताबिक इस तस्वीर के सामने आने के बाद से कई अहम जानकारियां भी सामने आ सकती हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले इसरो ने 4 अक्तूबर को चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर जारी की थीं। इस हाई रिजोल्यूशन कैमरे ने चंद्रमा के सतह की तस्वीर ली थी जिसमें चांद की सतह पर बड़े और छोटे गड्ढे नजर आए थे।
बता दें कि चंद्रयान 2 के लैंडर विक्रम को चांद की दक्षिणी सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी लेकिन लैंडिंग से महज कुछ मिनट पहले ही लैंडर से संपर्क टूट गया था। इसरो ने तब कहा था कि विक्रम भले ही सफल लैंडिंग न कर पाया हो, लेकिन ऑर्बिटर अब भी चांद की सतह के चक्कर लगा रहा है।