Edited By vasudha,Updated: 11 Mar, 2019 07:20 PM
दिल्ली का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) केन्द्र सरकार के लिए एक ऐसी योजना बनाने में जुटा है जिसमें बताया जाएगा कि शहर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कब और क्या कदम उठाए जाएं...
नेशनल डेस्क: दिल्ली का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) केन्द्र सरकार के लिए एक ऐसी योजना बनाने में जुटा है जिसमें बताया जाएगा कि शहर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कब और क्या कदम उठाए जाएं। दरअसल, आईआईटी दिल्ली में स्वच्छ वायु अनुसंधान उत्कृष्टता केन्द्र है जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के मुद्दों पर अध्ययन के लिए अनुसंधान करता है।
आईआईटी दिल्ली इस संबंध में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है। आईआईटी दिल्ली में पर्यावरण प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर मुकेश खरे ने कहा कि पूरे साल, वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई उपाय किये जाते हैं जिनमें निर्माण कार्य, पटाखे चलाने पर रोक और स्कूलों में मैदान में गतिविधियों पर पाबंदी शामिल है।
खरे ने कहा कि बहरहाल, यह महसूस नहीं किया गया कि वायु गुणवत्ता के खास स्तर तक बहुत खराब होने के बाद निर्माण कार्यों को अचानक रोकने से बहुत ज्यादा मदद नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि इसलिए, उपायों को पहले से लागू करना ज्यादा सलाह योग्य है। हम इसका आकलन कर रहे हैं कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किस उपाय का क्या समय होना चाहिए ताकि पूरे साल के लिए एक तरह का कलैंडर लाया जा सके।