Edited By Yaspal,Updated: 22 Apr, 2018 07:20 PM
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से पढ़कर छात्र विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में काम करने का सपना देखते हैं। लेकिन देशभर की अलग-अलग आईआईटी से पढ़े 50 पूर्व छात्रों ने समाज के पिछड़े वर्गों के लिए नौकरी छोड़ राजनीतिक पार्टी का गठन किया है।
नेशनल डेस्कः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से पढ़कर छात्र विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में काम करने का सपना देखते हैं। लेकिन देशभर की अलग-अलग आईआईटी से पढ़े 50 पूर्व छात्रों ने समाज के पिछड़े वर्गों के लिए नौकरी छोड़ राजनीतिक पार्टी का गठन किया है। इन छात्रों ने अनुसूचित जाति-जनजाति और कई अन्य पिछड़े वर्ग के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी का गठन किया है।
आयोग में डाली अर्जी
चुनाव आयोग की मंजूरी का इतजार कर रहे इस ग्रुप ने अपने राजनीतिक संगठन का नाम बहुजन आजाद पार्टी (BAP) रखा है। इस पार्टी का नेतृत्व 3 साल पहले आईआईटी दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके नवीन कुमार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 50 लोगों का एक ग्रुप है और सभी अलग-अलग आईआईटी से हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए काम करने की खातिर अपनी पूर्णकालिक नौकरियां छोड़ी हैं। हमने मंजूरी के लिए चुनाव आयोग में अर्जी डाली है और जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
पार्टी के सदस्य जल्दबाजी में चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं है। नवीन ने कहा कि हम जल्दबाजी में कोई काम नहीं करना चाहते और हम बड़ी महत्वाकांक्षा वाला छोटा संगठन बनकर रहना नहीं चाहते। हम 2020 के विधानसभा चुनाव से शुरूआत करेंगे और फिर अगले लोकसभा चुनाव का लक्ष्य तय किया जाएगा।
किसी विचारधारा का प्रतिद्वंदी नहीं बनना
इस संगठन के सदस्य मुख्य रूप से एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग से हैं, जिनका मानना है कि पिछड़े वर्ग को शिक्षा एवं रोजगार के मामले में उनका वाजिब हक नहीं मिला है, पार्टी के सदस्यों ने भीमराव अंबेडकर, सुभाषचंद्र बोस और एपीजे अब्दुल कलाम समेत कई नेताओं की तस्वीर लगातर सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया है। एक बार पंजीकरण होने के बाद हम पार्टी की छोटी इकाइयां बनाएंगे जो हमारे लक्षित समूहों के लिए जमीनी स्तर पर काम करना शुरू करेंगी। हम खुद को किसी राजनीतिक पार्टी या विचारधार का प्रतिद्वंदी नहीं बनना चाहते हैं।