Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 11:56 PM
यूट्यूब पर डाले गए वीडियो से चिकित्सा पेशेवरों की प्रतिष्ठा को नुकसान होने का दावा करते हुए आईएमए ने मानहानि करने के लिये 50 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति की मांग की है। आईएमए के के के अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन ने स्पीकर से माफी मांगने और इंटरनेट से...
नई दिल्लीः इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक ‘मोटिवेशनल स्पीकर’ को कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने एक ऑनलाइन सार्वजनिक मंच पर चिकित्सकों को ‘सफेद कोट में हत्यारा’ बताया था और उन्हें गलत रूप में चित्रित किया था।
यूट्यूब पर डाले गए वीडियो से चिकित्सा पेशेवरों की प्रतिष्ठा को नुकसान होने का दावा करते हुए आईएमए ने मानहानि करने के लिये 50 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति की मांग की है। आईएमए के के के अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन ने स्पीकर से माफी मांगने और इंटरनेट से वीडियो हटाने को कहा है।
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि वानखेडकर ने कहा कि वीडियो से चिकित्सक-मरीज के बीच के संबंध और बिगड़ेंगे। स्पीकर ने ‘इंडियन मेडिकल सिस्टम की असलियत’ वाले वीडियो में कथित तौर पर बताया कि कैसे चिकित्सक कथित तौर पर पैसा बनाने और जांच और सर्जरी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिये मरीजों को गुमराह करते हैं।
उसने वीडियो में कथित तौर पर चिकित्सकों को ‘सफेद कोट के खूनी लुटेरे’ बताया। आईएमए की कार्रवाई के बाद दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने भी उसे नोटिस भेजा है जबकि जयपुर मेडिकल एसोसिएशन ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है।