Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Nov, 2019 08:56 AM
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को तेज हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ लेकिन इसकी ‘खराब'' स्थिति लगातार बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के इलाकों में सोमवार को लोधी रोड पर 188 दर्ज किया गया जबकि आरके पुरम में वायु...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को तेज हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ लेकिन इसकी ‘खराब' स्थिति लगातार बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के इलाकों में सोमवार को लोधी रोड पर 188 दर्ज किया गया जबकि आरके पुरम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 184 दर्ज किया गया। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अगले दो दिन तक वायु गुणवत्ता सूचकांक के लगातार ‘खराब' से ‘मध्यम' में बने रहने की आशंका है। पिछले कई दिनों से आपात प्रदूषण का सामना कर रहे दिल्लीवासियों के लिए यह राहत की खबर है कि हवा में हल्का सुधार हुआ।
बता दें कि दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के चलते 14-15 नवंबर को स्कूल बंद रखे गए थे। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके वायु प्रदूषण के कारणों में, पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर पराली जलाने की घटनायें, मुख्य वजह के रूप में सामने आयी हैं। कृषि मंत्रालय द्वारा उपग्रह से जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, तीनों राज्यों में इस साल 1 अक्तूबर से 15 नवंबर तक पराली जलाने की 55,031 घटनाएं दर्ज की गईं।
इनमें सर्वाधिक 46,313 घटनायें पंजाब में दर्ज की गईं। जबकि इसी अवधि में हरियाणा में 5,853 और उत्तर प्रदेश में 2,865 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों के मुताबिक, इस साल एक अक्तूबर से 15 नवंबर तक की अवधि में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में तीनों राज्यों में पराली जलाने में 15.8 प्रतिशत की कमी आई है।