Edited By Tanuja,Updated: 30 Aug, 2019 10:59 AM
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद पाकिस्तान इस मामले में पूरी दुनिया के सामने गिड़गिड़ा कर थक चुका है। इस मामले में अलग-थलग पड़े ...
इस्लामाबादः जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद पाकिस्तान इस मामले में पूरी दुनिया के सामने गिड़गिड़ा कर थक चुका है। इस मामले में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान को हर तरफ से खरी -खोटी सुनाई जा रही है। दुनिया भर में कहीं से भी मदद नमिलने पर अब पाकिस्तान ने अपनी जमीं पर ही कश्मीर मुद्दे को भड़का कर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। ये प्रदर्शन शुक्रवार दोपहर 12 से 12.30 बजे तक किया जाएगा।
कश्मीर पर हुई पाकिस्तान संसदीय कमेटी की मीटिंग के दौरान पाक नेशनल असेंबली के स्पीकर फखर इमाम ने कहा कि संसद की सलाह पर कश्मीर को लेकर शुक्रवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा इस दौरान विरोध स्वरूप पूरे देश की ट्रेनों को एक मिनट के लिए बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन के निदेशक मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने बताया कि शुक्रवार 'कश्मीर आवर मनाया जाएगा। इस दौरान देशभर में विरोध प्रदर्शन होंगे और एक मिनट के लिए ट्रेनें रोक दी जाएंगी व पाकिस्तान और कश्मीर के राष्ट्रगान बजाए जाएंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले सप्ताह के शुरुआत में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की थी कि 30 अगस्त से हर सप्ताह कश्मीर के लोगों के लिए दोपहर 12 से 12.30 के बीच देश में कार्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी। इमरान सरकार की विरोध प्रदर्शन की अपील के बाद पाकिस्तानी पत्रकार उनका जमकर मजाक उड़ा रहे या फिर आलोचना कर रहे हैं। पाक के कई पत्रकारों ने तो ये तक लिखा है कि इमरान खान को पहले देखना चाहिए कि वह अपने देश में क्या कर रहे हैं।
अक्सर ट्विटर पर इन मुद्दों पर लिखने वालीं नायला इनायत ने भी तंज कसते लिखा, ‘ब्रेकिंग!! भारत से आ रहे हवा और पानी को पाकिस्तान 12 से 12.30 के बीच रोकेगा। ’भारत ने अपना काम किया अब हमारी बारी। एक अन्य पत्रकार ने लिखा, "क्या महान आइडिया है...जनरल बाजवा को जिहाद के लिए एलओ सी पर भेज दिया जाना चाहिए...अगर वो जीत गए तो कश्मीर आजाद हो जाएगा और अगर हार गए तो पाकिस्तान आजाद हो जाएगा..."। एक यूजर ने लिखा है कि ये पाकिस्तान कभी नहीं सुधरेगा...।
मालूम हो कि कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान कई देशों के पास मदद की गुहार लगा चुका है, लेकिन उसे चीन के अलावा लगभग हर जगह से मुंह की खानी पड़ी है।वहीं, इस मसले पर फ्रांस, अमेरिका, रूस और ब्रिटेन भारत के साथ हैं।