Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Mar, 2019 01:23 PM
पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। शुरुआत में पाकितान ने भारतीय वायुसेना के हमले को झूठ करार दिया था
इस्लामाबाद: पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। शुरुआत में पाकितान ने भारतीय वायुसेना के हमले को झूठ करार दिया था लेकिन खुद ही उसने जम्मू-कश्मीर में हवाई उल्लंघन कर कहा कि हमने भारत के हमले का जवाब दिया है। वहीं इस हमले पर बड़ा खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने बालाकोट के उस इलाके को सीज कर दिया है जहां पर भारतीय वायुसेना ने हवाई हमला किया। था। पाकिस्तान की एक न्यूज एजेंसी बालाकोट के उस इलाके में जाना चाहती थी लेकिन पाकिस्तान ने वहां जाने पर ही हर किसी का बैन कर दिया है। पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों को इसका हवाला दिया है। हालांकि पाक की इसके पीछे चाल कुछ और ही है।
पाकिस्तान सरकार द्वारा किसी को भी उस जगह पर जाने से रोकने का सबसे बड़ा कारण है कि पाकिस्तानी सैनिक भारतीय हवाई हमले में मारे गए आतंकियों की लाशों को वहां से हटवा रहे हैं। इमरान सरकार ने अपनी ही मीडिया को हमले वाले इलाके से करीब 100 मीटर दूर रखने के निर्देश जारी किए हैं। बालकोट हमले के 14 दिन बाद भी पाकिस्तानी मीडिया को वहां जाने की इजाजत नहीं मिली है। खबरों के मुताबिक आतंकियों की लाशें अभी भी वहां पड़ी हैं और पाकिस्तानी आर्मी किसी के भी उस इलाके के पास जाने से पहले जगह को पूरी तरह से साफ करने में जुटी है। दरअसल सरकार को डर है कि अगर मीडिया ने उस इलाके की कवरेज की और वहां से कोई भी जानकारी लीक हो गई तो यह भारत के लिए मजबूत पक्ष हो सकता है और उसका झूठ बेनकाब हो सकता है कि बालाकोट में जैश का आतंकी ठिकाना था। इससे पहले वहां मदरसे में पढ़ रहे एक युवक ने भी अपने घर लौटने पर बताया था कि हमने धमाका सुना था लेकिन समझ नहीं आया कि क्या हुआ। कुछ ही समय बाद पाकिस्तानी आर्मी वहां आई और हम सभी को मदरसे से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया।
युवक ने बताया था कि जिस तरह से वहां धमाका हुआ अंदाजा नहीं लगा सकते कि कितना नुकसान हुआ होगा लेकिन वहां के माहौल से साफ पता चल रहा था कि कुछ बड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि जैश पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ले चुका है कि पाकिस्तान कार्रवाई करने की बजाए सबूत दिखाने को कह रहा है। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।