Edited By shukdev,Updated: 29 Aug, 2018 12:16 AM
दिल्ली में बीते तीन साल में विधायक द्वारा जनता के बीच जाने के प्रतिशत में कमी आई है जबकि उनके समग्र प्रदर्शन में भी गिरावट दर्ज की गई है। एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की ओर से किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। प्रजा फाउंडेशन की ओर से जारी...
नई दिल्ली: दिल्ली में बीते तीन साल में विधायक द्वारा जनता के बीच जाने के प्रतिशत में कमी आई है जबकि उनके समग्र प्रदर्शन में भी गिरावट दर्ज की गई है। एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की ओर से किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। प्रजा फाउंडेशन की ओर से जारी ‘दिल्ली विधायक रिपेार्ट कार्ड’ के मुताबिक, राज्य सरकार के तहत आने वाला जल बोर्ड लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है।
पानी नहीं आने की शिकायतें 2015 में 34,554 थी जबकि 2017 में यह बढ़कर 52,100 हो गईं। संगठन ने कहा कि दिल्ली की 70 में से 58 विधानसभा क्षेत्रों में यह सर्वेक्षण किया गया है और इसमें 28,624 लोगों की राय ली गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विधायक द्वारा जनता के बीच जाने का प्रतिशत जहां 2016 में 63.98 था जो 2018 में 50.38 फीसदी हो गया है।