Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Jun, 2018 10:04 AM
दुनिया में सबसे ज्यादा इलैक्ट्रॉनिक कचरा पैदा करने वाले (ई-कचरा) शीर्ष 5 देशों में भारत भी शुमार है। इसके अलावा इस सूची में चीन, अमरीका, जापान और जर्मनी हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पर्यावरण दिवस (5 जून) से पहले एसोचैम और एन.ई.सी. द्वारा...
नई दिल्ली: दुनिया में सबसे ज्यादा इलैक्ट्रॉनिक कचरा पैदा करने वाले (ई-कचरा) शीर्ष 5 देशों में भारत भी शुमार है। इसके अलावा इस सूची में चीन, अमरीका, जापान और जर्मनी हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पर्यावरण दिवस (5 जून) से पहले एसोचैम और एन.ई.सी. द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ई-कचरे में सर्वाधिक योगदान महाराष्ट्र (19.8 प्रतिशत) का है पर वह ऐसे सिर्फ 47,810 टन कचरे को सालाना रीसाइकिल (पुन : प्रयोग के लायक बनाना) करता है।
ई-कचरे में तमिलनाडु का योगदान 13 प्रतिशत है और वह 52,427 टन कचरे को रीसाइकिल करता है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश (10.1 प्रतिशत) 86,130 टन कचरा रीसाइकिल करता है। देश के ई-कचरे में पश्चिम बंगाल का 9.8 प्रतिशत, दिल्ली 9.5 प्रतिशत, कर्नाटक 8.9 प्रतिशत, गुजरात 8.8 प्रतिशत और मध्य प्रदेश का 7.6 प्रतिशत योगदान है।