Edited By shukdev,Updated: 23 Oct, 2018 06:17 PM
भारत और चेक गणराज्य ने वैश्विक व्यापार में संरक्षणवादी कदमों का विरोध करते हुए कहा है कि इस संबंध में सकारात्मक रुख अपना कर बहुस्तरीय तथा अंतर क्षेत्रीय व्यापार प्रणाली को प्रोत्साहित करना चाहिए। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को...
नई दिल्ली: भारत और चेक गणराज्य ने वैश्विक व्यापार में संरक्षणवादी कदमों का विरोध करते हुए कहा है कि इस संबंध में सकारात्मक रुख अपना कर बहुस्तरीय तथा अंतर क्षेत्रीय व्यापार प्रणाली को प्रोत्साहित करना चाहिए। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि भारत और चेक गणराज्य के ‘भारत- चेक गणराज्य आर्थिक सहयोग संयुक्त आयोग’ की बैठक 22 और 23 अक्टूबर को प्राग में आयोजित की गई।
इस बैठक में दोनों देशों ने विश्व व्यापार में कुछ देशों द्वारा संरक्षणवादी कदम उठाने का विरोध किया गया और कहा गया कि इनसे वैश्विक व्यापार व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए बेहतर भविष्य के लिए सकारात्मक रुख अपनाने की जरुरत है। पूरी व्यापार प्रणाली बहुस्तरीय होनी चाहिए। इसके अलावा अंतर क्षेत्रीय व्यापार व्यवस्था को बढ़ावा देना चाहिए।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सी आर चौधरी और चेक गणराज्य पक्ष का नेतृत्व मार्ता नोवाकोवा ने किया। बैठक में दोनों पक्षों ने आर्थिक क्षेत्र के संबंधों को और बढ़ाने तथा इन्हें सुदृढ़ करने की मंशा जाहिर की।