Edited By Tanuja,Updated: 06 Sep, 2018 10:51 AM
विवादास्पद चागोस द्वीप पर मॉरिशस के दावे का समर्थन करते हुए भारत ने ने कहा कि जब तक यह हिस्सा ब्रिटिश नियंत्रण में है तब तक इलाके को उपनिवेशवाद से निजात दिलाने की प्रक्रिया अधूरी है...
हेगः विवादास्पद चागोस द्वीप पर मॉरिशस के दावे का समर्थन करते हुए भारत ने ने कहा कि जब तक यह हिस्सा ब्रिटिश नियंत्रण में है तब तक इलाके को उपनिवेशवाद से निजात दिलाने की प्रक्रिया अधूरी है । यह द्वीप हिन्द महासागर में ब्रिटेन और अमरीका का एक अहम सैन्य अड्डा है।
मॉरिशस और ब्रिटेन सामरिक महत्व वाले हिन्द महासागर में स्थित इस प्रवाल द्वीप को लेकर राजनयिक और कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में इस मुद्दे पर मौखिक सुनवाई के दौरान देश का रुख स्पष्ट करते हुए नीदरलैंड में भारत के राजदूत वेणु राजमणि ने कहा ऐतिहासिक तथ्यों और कानूनी पहलुओं के विश्लेषण से चागोस की संप्रभुता और उसके मॉरिशस के साथ निरंतर रहने की पुष्टि होती है।
बता दें कि 1965 में इस टापू को लेकर इंग्लैंड और अमरीका के बीच महत्वपूर्ण समझौता हुआ। दरअसल चागोस द्वीप समूह के 1500 लोगों को जबरन किसी और जगह पर बसाने को लेकर यह समझौता हुआ। उसी वक्त अमरीका ने भी यहां मिलिट्री बेस बनाने के लिए सहमति दी और आसपास के दूसरे टापुओं को वीरान ही छोड़ दिया गया।