Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Apr, 2018 01:08 AM
विश्व आर्थिक मंच डब्ल्यूईएफ के अध्यक्ष बोर्ज ब्रेंदे का मानना है कि भारत वैश्विक चौथी औद्योगिक क्रांति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभा सकता है क्योंकि इसकी आधी से अधिक जनसंख्या की उम्र 27 साल से कम है। ब्रेंदे का कहना है , ‘ चौथी औद्योगिक क्रांति...
नई दिल्ली: विश्व आर्थिक मंच डब्ल्यूईएफ के अध्यक्ष बोर्ज ब्रेंदे का मानना है कि भारत वैश्विक चौथी औद्योगिक क्रांति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभा सकता है क्योंकि इसकी आधी से अधिक जनसंख्या की उम्र 27 साल से कम है। ब्रेंदे का कहना है , ‘ चौथी औद्योगिक क्रांति से भारत विकास के पारंपरिक चरणों में छलांग लगाते हुए विकसित देशों की श्रेणी की ओर तेजी से बढ़ सकता है। ’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर एक आलेख में यह बात कही है। इसमें उन्होंने लिखा है कि भारत की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी 27 साल से कम आयु वर्ग की है इसलिए भारत वैश्विक चौथी औद्योगिक क्रांति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। उल्लेखनीय है कि कृत्रिम मेधा , ब्लॉकचैन व इंटरनेट आफ थिंग्स जैसे प्रौद्योगिकी उपलब्धियों के समुच्य को चौथी औद्योगिक क्रांति कहा जाता है।
ब्रेंदे का कहना है कि इन प्रौद्योगिकियों को उचित व रणनीतिक ढंग से अपनाए जाने से संसाधन व बुनियादी ढांचे का ऐसा मिश्रण पैदा होगा जो कि बेहतर गुणवत्ता व अधिक टिकाऊ विकास की राह खुलेगी। स्टार्टअप इंडिया व अटल नवोन्मेष मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा है कि भारत ने जरूरी ढांचागत सुधारों की दिशा में पहले ही उचित कदम उठाए हैं।