चीन के बाद भारत के बच्चे सबसे मोटे

Edited By Anil dev,Updated: 12 Oct, 2019 09:32 AM

india china icmr delhi

भारत में मोटापा बड़ी महामारी बनता जा रहा है। देश में मोटापा राजधानी दिल्ली और तेलंगाना के बच्चों को सबसे अधिक अपनी चपेट में ले रहा है। इंडियन काऊंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च (आई.सी.एम.आर.) के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, दिल्ली का लगभग हर चौथा बच्चा मोटापे का...

नई दिल्ली: भारत में मोटापा बड़ी महामारी बनता जा रहा है। देश में मोटापा राजधानी दिल्ली और तेलंगाना के बच्चों को सबसे अधिक अपनी चपेट में ले रहा है। इंडियन काऊंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च (आई.सी.एम.आर.) के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, दिल्ली का लगभग हर चौथा बच्चा मोटापे का शिकार है। उसने देश के करीब 100 संस्थानों के विशेषज्ञों के साथ मिल कर यह अध्ययन किया है। 
 

दिल्ली के 23.1 फीसदी बच्चे मोटापा ग्रस्त 
आई.सी.एम.आर. के अध्ययन के मुताबिक, तेलंगाना में प्रति 100 बच्चों में 23.2 बच्चे, दिल्ली में 23.1, गोवा में 22.3, राजस्थान में 10, छत्तीसगढ़ में 9.9, झारखंड में 8.6, मध्य प्रदेश में 8.2, बिहार में 6.8, हिमाचल प्रदेश में 18.5, पंजाब में 12.1, हरियाणा में 14.4, गुजरात में 13.1 और महाराष्ट्र में 14.9 फीसदी बच्चे मोटापा ग्रस्त हैं।
 

निजी स्कूलों में 30 फीसदी बच्चों का वजन अधिक 
दिल्ली के निजी स्कूलों में 1,000 से अधिक बच्चों पर हुए सर्वे के मुताबिक, 30 फीसदी बच्चों का वजन अधिक है। सर गंगाराम अस्पताल के सर्वे में यह जानकारी सामने आई है। अस्पताल के डॉक्टर विवेक ङ्क्षबदल ने बताया कि बचपन में ही मोटापे का शिकार होने पर भविष्य में हाई ब्लड प्रैशर, हाई कोलैस्ट्रॉल, मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। असमय मृत्यु की आशंका भी रहती है। यही नहीं, भारत में ऑफिस जाने वाले 63 प्रतिशत लोग मोटापे का शिकार हैं।
 

हर साल भारत में 52 लाख लोगों की होती है असमय मौत
प्रोफैसर नवल विक्रम (एम्स) ने कहा कि मोटापे का सीधा असर हृदय की धमनियों में रक्त का थक्का जमने, अनियंत्रित रक्तचाप और मधुमेह के रूप में दिखता है। मोटापा दिल की बीमारियों की वजह से होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण बन सकता है। उच्च रक्तचाप, ब्लड शूगर और हाई कोलैस्ट्रॉल के कारण भारत में हर साल 52 लाख लोगों की असमय मौत होती है।


भारत में 2.75 करोड़ बच्चे मोटे
वल्र्ड ओबिसिटी फैडरेशन के वैश्विक सर्वे के अनुसार, दुनिया में करीब 15 करोड़ बच्चे और किशोर मोटापे से ग्रसित हैं। अगले 10 साल में यह संख्या 25 करोड़ पहुंच जाएगी। संगठन की चाइल्डहुड ओबिसिटी रिपोर्ट के मुताबिक, 5 से 19 साल के आयुवर्ग में चीन के 6.19 करोड़ और भारत के 2.75 करोड़ बच्चे इसकी जद में हैं। बच्चों में मोटापे का बोझ झेलने वाले बड़े देशों में ब्राजील, मैक्सिको, नाइजीरिया, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।


ये हैं प्रमुख कारण 

  • व्यायाम या सक्रियता में कमी
  • फास्टफूड की बढ़ती खपत
  • मोबाइल-टी.वी. को ज्यादा वक्त देना
  • ज्यादा समय तक वाहनों में यात्रा करना
     

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!