Edited By Anil dev,Updated: 08 Jul, 2020 10:38 AM
करीब दो महीने से भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव अब कुछ हद तक कम होता दिख रहा है। मई में शुरू हुए विवाद के बाद चीन ने अब समझौते के बाद अपनी सेना को इस इलाके से डेढ़ किमी पीछे हटा ली है।
नई दिल्ली: करीब दो महीने से भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव अब कुछ हद तक कम होता दिख रहा है। मई में शुरू हुए विवाद के बाद चीन ने अब समझौते के बाद अपनी सेना को इस इलाके से डेढ़ किमी पीछे हटा ली है। लेकिन इस दौरान भी चीनी मीडिया की ओर से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार यानि प्रोपेगेंडा जारी है। लेकिन ये प्रोपेगेंडा वार चलाना चीनी सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी-4 को महंगा पड़ गया है। सीसीटीवी ने सोमवार रात को सैटलाइट से मिली गलवान घाटी की कुछ तस्वीरें जारी कीं हैं।
इस दौरान प्रोग्राम में भारत के एक हेलीपैड और गलवान नदी के पेट्रोल प्वाइंट-14 पर शिविर दिखाए गए। ये समुद्र से करीब 14 हजार किमी की ऊंचाई पर स्थित हैं। दरअसल, सीसीटीवी ने ये दिखा दिया कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को भारतीय इलाके में ही वैध गतिविधियों से रोकने का प्रयास किया था। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी चैनल द्वारा दिखाई गई इन तस्वीरों को सत्यापित करना होगा।