Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Sep, 2020 08:48 AM
संसद में पास कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार को किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद को कई कई राजनीतिक दल भी समर्थन दे रहे हैं। आज कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दल और दर्जनों संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। भारत बंद के चलते दिल्ली से लेकर पंजाब,...
नेशनल डेस्कः संसद में पास कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार को किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद को कई कई राजनीतिक दल भी समर्थन दे रहे हैं। आज कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दल और दर्जनों संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। भारत बंद के चलते दिल्ली से लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में किसान सड़क पर उतरेंगे और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बिल के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। किसानों और अन्य राजनीतिर संगठनों की मांग है कि केंद्र सरकार बिल को वापस ले।
भारत बंद को इनका समर्थन?
भारत बंद कई संगठनों के द्वारा बुलाया गया है लेकिन इसकी अगुवाई ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी, ऑल इंडिया किसान महासंघ और भारतीय किसान यूनियन कर रहे हैं। इस बंद के समर्थन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लेफ्ट, टीएमसी, डीएमके, टीआरएस समेत कुल 18 राजनीतिक दलों ने अपनी आवाज उठाई है। इनके अलावा CITU, AITUC, हिन्द मजदूर सभा समेत कुल दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने भी अपना समर्थन बंद को दिया है। बता दें कि भारत बंद के दौरान कई जगह रेल रोको और रास्ता रोको का अभियान चलाया जा रहा है। भारत बंद का असर खासकर उत्तर भारत और उन राज्यों में दिखेगा जहां किसानों की मौजूदगी अधिक है।
बता दें कि पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में पिछले दो दिन से बिल को लेकर विरोध प्रर्शन हो रहा है। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शनकारियों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है, साथ ही आज धारा 144 के उल्लंघन पर कोई FIR दर्ज नहीं होगी। वहीं किसानों ने दिल्ली-एनसीआर बॉर्डर बंद करने की चेतावनी दी है। वहीं उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में भी भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल सकता है।