Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 01:44 PM
देश का पहला ट्रांसजेंडर नेवी सोल्जर अपनी जॉब के लिए लड़ाई लड़ रहा है। नेवी ने उसे नौकरी से हटाने के लिए...
नई दिल्ली: देश का पहला ट्रांसजेंडर नेवी सोल्जर अपनी जॉब के लिए लड़ाई लड़ रहा है। नेवी ने उसे नौकरी से हटाने के लिए रक्षा मंत्रालय से सिफारिश की है। नौसेना के अनुसार शाबी ने सेक्स चेंज करवाकर नियम तोड़े हैं, किसी महिला को रखना नेवी की नीतियों के खिलाफ है। यही वजह है कि उनकी सेवाओं को खत्म किया जाएगा। शाबी अपना सेक्स चेंज कराकर महिला बन गई है। पैदाइशी वो पुरुष था और एमके गिरी के नाम से जाना जाता था। हालांकि शाबी ने खुद सेक्स चेंज कराने की जानकारी नेवी को दी जिसके बाद से उसे बर्खास्त करने की बात चल रही है।
शाबी ने सात साल पहले पूर्वी नवल कमांड का मरीन इंजीनियरिंग ज्वाइन किया था। 2016 में शबी ने विजाग में एक डॉक्टर से बात की और अपना इलाज करवाया। लेकिन उसे महसूस हुआ कि उसके पास कोई विकल्प नहीं है इसलिए उन्होंने बाइस दिन की लीव ली और दिल्ली में सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी के लिए चली गई। उन्होंने बताया कि सेक्स बदलवाने के बाद भी उन्हें पुरुष वार्ड में रखा गया जहां तीन जवान 2437 गार्ड के तौर पर तैनात थे।
ट्रांसजेंडर्स के लिए नौकरी की मनाही
शाबी ने बताया कि डॉक्टरों ने उसे मानसिक तौर पर असहाय करने की पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली। जानकारी के अनुसार भारतीय नेवी ने रक्षा मंत्रालय को शाबी का केस भेजा है और उसकी आगे की नौकरी करने के लिए जवाब मांगा है। शाबी को उनके डिविजनल अधिकारी ने मीडिया को आपबीती बताने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी है। नेवी की पॉलिसी के अनुसार, ट्रांसजेंडर्स के लिए नौकरी की मनाही है। लेकिन वह इन पॉलिसी के खिलाफ है और उन्होंने इन नीतियों से लडऩे की कसम ली है।
सुप्रीम कोर्ट जाएगी शाबी
शाबी ने कहा कि मैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाउंगी और मुझे मेरे अधिकारों के लिए लडऩे का अधिकार है, मुझे बेहद दुख है कि नेवी ने मुझे नौकरी से निकाल दिया है लेकिन जितना हो सकेगा कानूनी लड़ाई लड़ूंगी। भारत में अभी ट्रांसजेंडरों को तीनों सेनाओं में नौकरी के लिए कोई प्रावधान नहीं है। लेकिन कनाडा, इजराइल, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, यूके, न्यूजीलैंड, स्वीडन और जर्मनी ने अपनी तीनों सेनाओं में ट्रांसजेंडरों को नौकरी की अनुमति दे रखी है। लेकिन अभी हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना में ट्रांसजेंडरों की नौकरी देने पर मनाही कर दी है।