Edited By vasudha,Updated: 22 Dec, 2020 05:11 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 3 दशक के बाद देश को नई शिक्षा नीति मिली है। पीएम मोदी ने इंडियन इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) 2020 के उद्घाटन के दौरान कहा कि विज्ञान और तकनीक तब तक अधूरी जब तक लोगों को इसका फायदा नहीं मिले। उन्होंने...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 3 दशक के बाद देश को नई शिक्षा नीति मिली है। पीएम मोदी ने इंडियन इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) 2020 के उद्घाटन के दौरान कहा कि विज्ञान और तकनीक तब तक अधूरी जब तक लोगों को इसका फायदा नहीं मिले। उन्होंने कहा कि बीते 6 साल में युवाओं को अवसरों से जोड़ने के लिए देश में साइंस और तकनीक के उपयोग का विस्तार किया गया है। पीएम मोदी के संबाेधन की मुख्यें बातें इस प्रकार हैं।
त्योहार, उत्सव भारत की संस्कृति
- त्योहार, उत्सव भारत की संस्कृति भी है और परंपरा भी है। आज हम विज्ञान को सेलिब्रेट कर रहे हैं।
- साइंस और तकनीक भारत में अभाव और प्रभाव के गैप को भरने का बहुत बड़ा ब्रिज बन रही है।
- हम उस ह्यूमन स्प्रिट को भी सेलिब्रेट कर रहे हैं जो हमें लगातार इनोवेशन के लिए प्रेरित करती है।
- शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे बदलावों को कॉम्प्लिमेंट करने के लिए अटल इनोवेशन मिशन भी शुरु किया गया है।
- ये मिशन एक प्रकार से इंक्वायरी को, इंटरप्राइज को, इनोवेशन को सेलिब्रेट करता है।
डिजिटल तकनीक से भारतीयों को ताकम मिली
- हाल में ही भारत ने वैभव समिट भी होस्ट की थी।
- महीने भर चली इस समिट में पूरी दुनिया से भारतीय मूल के वैज्ञानिकों और रिसर्चर को एक मंच पर इकट्ठा किया गया।
- इसमें करीब 23 हजार साथियों ने हिस्सा लिया, 700 घंटों से ज्यादा की डिस्कशन हुई।
- डिजिटल तकनीक के माध्यम से गरीब से गरीब को भी सरकार के साथ सीधे जोड़ा गया है।
- डिजिटल तकनीक से सामान्य भारतीयों को ताकत भी दी है और सरकारी सहायता की सीधी तेज डिलिवरी का भरोसा दिया है।