Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 07:26 PM
अमरीका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि भारत सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन करने वाला विश्व का शीर्ष देश बन रहा है
नेशनल डेस्कः भारत में वायु प्रदूषक कहलाने वाले सल्फर डाइऑक्साइड का उत्सजर्न 2007 से अब तक 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है जबकि चीन में इसमें 75 प्रतिशत तक गिरावट आई है। यह दावा एक नए अनुसंधान में किया गया है जिसका कहना है कि भारत में उत्सर्जन नियंत्रण के तरीकों को लागू करना अभी बाकी है जबकि उसका पड़ोसी देश ऐसा कर चुका है।
अनुसंधान की यह रिपोर्ट एेसे समय में आई है, जब दिल्ली-एनसीआर में वाहनों के उत्सर्जन समेत धूल और निर्माण गतिविधियों के चलते प्रदूषण की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। इसके अलावा पिछले 20 सालों में पहला मौका है कि किसी देश ने So2 उत्सर्जन में चीन को पीछे छोड़ हो।
अमरीका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि भारत सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन करने वाला विश्व का शीर्ष देश बन रहा है। सल्फर डाइऑक्साइड एक वायु प्रदूषक है जो अम्लीय वर्षा, धुंध और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं के लिए जिम्मेदार है। यह मुख्यत: बिजली उत्पादन के लिए कोयला जलाने के कारण बनता है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि चीन और भारत विश्व के शीर्ष कोयला उपभोक्ता हैं।
जानकारों के मुताबिक, कोयले में तीन प्रतिशत तक सल्फर होता है। हालिया अध्ययन के परिणामों के मुताबिक चीन में सल्फर के उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे प्रयास कारगर साबित हुए हैं। इन प्रयासों में प्रदूषण फैलाने वाली संस्थाओं पर जुर्माना, उत्सर्जन को कम करने के लिए लक्ष्य निर्धारण और उत्सर्जन सीमा को कम करने जैसे कदम शामिल हैं।