कोरोना की दवा बनाने के करीब पहुंचा भारत, अमेरिका में गंभीर मरीजों को दी जाएगी रेमडेसिवीर

Edited By Seema Sharma,Updated: 05 May, 2020 04:08 PM

india is close to making corona medicine

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। इस महामारी ने अब तक लाखों लोगों की जिदंगी लील ली है। इसकी वैक्सीन भी अभी तक तैयार नहीं हुई है। ऐसे में खबर है कि भारत Covid-19 की दवा बनाने के करीब पहुंच चुका है। हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल...

नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। इस महामारी ने अब तक लाखों लोगों की जिदंगी लील ली है। इसकी वैक्सीन भी अभी तक तैयार नहीं हुई है। ऐसे में खबर है कि भारत Covid-19 की दवा बनाने के करीब पहुंच चुका है। हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (IICT) ने रेमेडिसविर के लिए स्टार्टिंग मैटेरियल यानी प्रमुख प्रारंभिक सामग्री (केएसएम) को सिन्थेसाइज्ड (संश्लेषित) किया है, जो कि सक्रिय दवा घटक विकसित करने की दिशा में पहला कदम है। IICT ने सिप्ला जैसी दवा निर्माताओं के लिए प्रौद्योगिकी प्रदर्शन भी शुरू किया है, ताकि जरूरत पड़ने पर भारत में इसका निर्माण शुरू हो सके। दरअसल रेमडेसिवीर (रेमडेसिविर या रेमडेसिवियर) को कोरोना के इलाज में कारगर बताया जा रहा है। 

 

अमेरिका ने दी इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अपने बयान में कहा था कि आईआईसीटी द्वारा केएसएम का सिंथेसिस प्राप्त किया गया है और भारतीय उद्योग के लिए प्रौद्योगिकी प्रदर्शन हो रहे हैं। फैविपीरावीर (फ्लू की दवा) के बाद, कोरोना वायरस महामारी कोविड-19 के इलाज के लिए यह एक और आशाजनक दवा है। रेमडेसिवीर का निर्माण गिलियड साइंसेज करती है। रेमडेसिवीर को क्लिनिकल डाटा के आधार पर अमेरिका में Covid-19 के इलाज के लिए आपातकालीन अनुमति मिल चुकी है। अमेरिका के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे बताते हैं कि रेमडेसिवीर को जब कोविड-19 मरीजों को दिया गया तो इससे वह औसतन 11 दिन में ठीक हो गए जबकि अन्य दवा से ठीक होने में 15 दिन का समय लगता है। 

 

क्या है रेमेडिसवीर
रेमेडिसवीर एक एंटी वायरल दवा है, जिसे इबोला के इलाज के लिए बनाया गया था। इसे अमेरिकी फार्मास्युटिकल गिलियड साइंसेज द्वारा बनाया गया है। इसी साल फरवरी में यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिसीज ने घोषणा की कि वह कोविड-19 के खिलाफ जांच के लिए रेमेडिसवीर का ट्रायल कर रहा है। बता दें कि इसी दवा ने सार्स और मर्स जैसे वायरस के खिलाफ एन‍िमल टेस्ट‍िंग में बेहतर परिणाम दिए थे। बता दें कि भारत कोविड-19 के इलाज के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सॉलिडैरिटी ट्रायल का हिस्सा है और इसे टेस्टिंग के लिए दवा की 1000 खुराक प्राप्त हुई हैं। 
रेमेडिसविर के तीन प्रमुख प्रारंभिक सामग्री यानी केएमएस हैं- पायरोल, फुरोन और फॉस्फेट। आईआईसीटी के निदेशक डॉक्टर श्रीवरी चंद्रशेखर ने कहा कि केएसएम का संश्लेषण दवा बनाने में एक महत्वपूर्ण चरण है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!