Edited By Yaspal,Updated: 13 Jun, 2022 06:53 PM
स्टॉकहोम स्थित एक रक्षा ‘थिंक टैंक'' ने सोमवार को दावा किया कि जनवरी 2022 तक भारत के पास 160 परमाणु हथियार थे और ऐसा लगता है कि वह अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (एसआईपीआरआई) ने एक बयान में...
इंटरनेशनल डेस्कः स्टॉकहोम स्थित एक रक्षा ‘थिंक टैंक' ने सोमवार को दावा किया कि जनवरी 2022 तक भारत के पास 160 परमाणु हथियार थे और ऐसा लगता है कि वह अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (एसआईपीआरआई) ने एक बयान में कहा कि इसी तरह, पाकिस्तान भी अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। बयान में कहा गया है, ‘‘चीन अपने परमाणु हथियार शस्त्रागार के पर्याप्त विस्तार के बीच में है। उपग्रह छवियों से संकेत मिलता है कि इसमें 300 से अधिक नयी मिसाइल साइलो का निर्माण शामिल है।''
बयान में कहा गया है कि जनवरी 2021 के साथ-साथ जनवरी 2022 में चीन के पास 350 परमाणु हथियार थे। बयान में दावा किया गया है कि भारत का परमाणु हथियार भंडार जनवरी 2021 में 156 से बढ़कर जनवरी 2022 में 160 हो गया जबकि पाकिस्तान का भंडार जनवरी 2021 और जनवरी 2022 में 165 पर बना हुआ है। इसमें कहा गया है, ‘‘भारत और पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार करते हुए दिखाई देते हैं और दोनों देशों ने 2021 में नयी प्रकार की परमाणु प्रणाली की शुरुआत की और इसे विकसित करना जारी रखा।''
भारत अपने परमाणु शस्त्रागार पर आधिकारिक आंकड़ा साझा नहीं करता है। बयान में कहा गया है, ‘‘परमाणु हथियारों की स्थिति और परमाणु-सशस्त्र देशों की क्षमताओं पर विश्वसनीय जानकारी की उपलब्धता काफी भिन्न होती है ... भारत और पाकिस्तान अपने कुछ मिसाइल परीक्षणों के बारे में बयान देते हैं लेकिन अपने शस्त्रागार की स्थिति या आकार के बारे में कोई जानकारी नहीं देते हैं।'' इसमें कहा गया है कि कुल नौ देश हैं जिनके पास परमाणु हथियार हैं और इनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया शामिल हैं।