Edited By Tanuja,Updated: 14 Apr, 2018 10:22 AM
भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को लेकर बड़ी खाई है और दोनो ही कई मुद्दों पर एक दूसरे के खिलाफ है। खबर है कि रूस में अगस्त में होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास में भारत-पाकिस्तान एक साथ दिखाई देंगे ...
मॉस्कोः भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को लेकर बड़ी खाई है और दोनो ही कई मुद्दों पर एक दूसरे के खिलाफ है। खबर है कि रूस में अगस्त में होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास में भारत-पाकिस्तान एक साथ दिखाई देंगे । जानकारी के अनुसार शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में पूर्ण कालिक सदस्य बनने के बाद भारत और पाक अन्य एससीओ सदस्य देशों के साथ आतंकवाद विरोधी समन्वय के तहत संयुक्त सैन्य अभ्यास कर सकते है।
हालांकि, इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र के बैनर तले भारत - पाक के सैन्य अधिकारियों ने अपनी सेवाएं एक साथ दी है लेकिन यह पहला मौका होगा जब अन्य शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देश- चीन, कज़ाखिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तज़ाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के साथ इन दोनों देशों की सेना संयुक्त राष्ट्र सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेगी। एससीओ का पूर्णकालिक सदस्य बनने के बाद दोनों ही देश ताशकंद के रिजनल एंटी टेररिज्म स्ट्रर (आरएटीएस) का हिस्सा है, जिसके तहत यह अभ्यास कराया जाता है।
अव सवाल यह उठ रहा है कि भारत और पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में कैसे एक दूसरे का सहयोग करेंगे। दोनों ही देशों के बीच अविश्वास की बड़ी दीवार है । हालांकि, एससीओ के तहत सीमित आतंकवाद विरोधी सहयोग संभव है। लेकिन, दोनों देश द्विपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास की जगह बहुपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास को चुन सकते हैं।